अभनपुर :- भारत में भले ही स्वतंत्रता मिलने के बाद काला पानी जैसे सजाएं इतिहास बन कर रह गई हो,लेकिन आज भी ग्रामों में इसका अस्तित्व देखने को मिले रहा है।
आखिर कहां से तुल पकड़ रहा मामला
घटना रायपुर राजधानी से लगे अभनपुर तहसील की है जहां ग्राम परसदा में अपने ही नाबालिग लड़की के साथ हुई छेड़खानी की पुलिस शिकायत को लेकर पीड़ित का हुक्का पानी तक बंद कर दिया गया है।
एक लड़की की आबरू से ज्यादा बड़ी दबंगों की इज़्ज़त
जानकारी के मुताबिक ग्राम परसदा के निवासी दिनेश साहू की पोती के साथ लगातार छेड़खानी व हमले की शिकायत को लेकर जब डरा व सहमा हुआ परिवार मामले को लेकर थाना पहुंचा तभी गांव में आम सभा बुलाकर दिनेश साहू के परिवार का हुक्का पानी तक बंद कर दिया गया।उल्लेखनीय है कि जिस देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों ने जान की बाजी लगा दी वहीं ग्राम परसदा में एक लड़की की आबरू से ज्यादा दबंगों की इज़्ज़त को बड़ा समझा गया।
पीड़ित परिवार के घर आने जाने पर भी लगा प्रतिबंध
मामले में दिनेश साहू ने बताया कि सभा बुलाकर पहले तो सरपंच पति ने उनको धमकाया और भरी सभा में उनका बहिष्कार कर उनका हुक्का पानी बंद कर दिया।
हद तो तब हो गई जब उनके यहां काम कर रहे मजदूरों को भी उनके घर आने जाने पर प्रतिबंध लगाने और दंड लगवाने की धमकी दी।
आपको बता दें कि ग्राम परसदा के दिनेश साहू की छवि एक समाज सुधारक के नाम से जानी जाती है।
थाना प्रभारी कविता ध्रुवे:
उक्त मामले को महिला थाना रायपुर में दर्ज कर लिया गया है जिसमे आरोपी नेहरू बया पिता अर्जुन बया को पॉक्सो एक्ट की धारा 354 के तहत गिरफ्तार कर रिमांड में ले लिया गया है।