नारायणपुर के हमलों से केरल का इसाई समाज चिंतत , राष्ट्रीय स्तर पर इसाई समाज असुरक्षित

नारायणपुर के हमलों से केरल का इसाई समाज चिंतत , राष्ट्रीय स्तर पर इसाई समाज असुरक्षित

• कलेक्टर नारायणपुर ने शांती सभा ली। सही दिशा में देरी से उठाया सही कदम है।

इसाई धर्मावलंबीयों पर हमलों से पुरा राष्ट्र सहम गया है। अंतर्राष्ट्रिय स्तर पर भी कई देशों ने चिंता व्यक्त की है। छत्तीसगढ़ राज्य के कोण्डागांव -नारायणपुर जिला में तनाव शांत करने के लिए सरकार की शांती पहल सराहनीय कदम है। युनाइटेड, फंट की अपील है कि छत्तीसगढ़ शासन सब जिलों के कलेक्टरों को शांती सभा आयोजित करने आदेशित करें।

युनाइटेड फेंट केरल के इसाई समुदाय का प्रमुख रूप से प्रतिनिधित्व करता रहा है। सब प्रदेशों के राज्यपालों से मिलकर छत्तीसगढ़ की स्थिति अवगत कराने की योजना की तहत हम गोवा के राज्यपाल से मुलाकात कर चुके है। हमारे सदस्य अन्य राज्यपालों से मिल रहे है। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल ने बीस दिन के उपरांत भी छत्तीसगढ़ किश्चयन फोरम को मिलने का समय नहीं दिया है, दुखद है। हमने हिंसा ग्रस्त क्षेत्रों में पीड़ीत आदिवासियों का बयान रिकार्ड कर लिया है।

देश देश के इसाई समाज के समस्त प्रतिनिधि दिल्ली में मार्च माह में इकठ्ठा हो रहे है। प्रतिनिधि मंडल महा महिम राष्ट्रपति जी से मिलकर छत्तीसगढ़ में हो रही संविधान की अवहेलना से अवगत कराया जाएगा।

हमारे दौरे में इसाई धर्मावलंबीयों से मिले जो अभी भी कोण्डागांव और नारायणपुर के शरणार्थी शिविरों में रह रहे है। जीवन यापन, बच्चों की पढ़ाई,ध्वस्त किये गए मकान लुटी गई फसल, घरेलु सामग्री, खेतों पर कब्जा मुआवजा दिलवाने, इन सब समस्याओं पर छत्तीसगढ़ शासन गंभीरता से लें और त्वरीत कार्यवाही करें।

समाजिक बहिष्कार, समुदायिक बोरवेल से पानी नहीं लेने देना, किराना दुकानों से इसाईयों को राशन खरीदने से रोका जा रहा है। बहुत्त चिंतनीय स्थिति है। शासन अविलंब हस्ताक्षेप करें। धार्मिक स्वतंत्रता का निर्वाध पालन होना चाहिए।

आदरणीय मुख्यमंत्री जी से हमारी मांग है कि, सेवा निवृत्त हाई कोर्ट जस्टिस के निगरानी में हाई पॉवर कमेटी बनाई जाए। समयबदध सीमा में रिपोर्ट पर कार्यवाही की जाए।

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