नोटबंदी के फ़ैसले की प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सही बताए जाने के बाद कांग्रेस ने फ़ैसले पर प्रतिक्रिया दी है.
जयराम रमेश ने बयान जारी कर कहा, “इस निर्णय में नोटबंदी के असर पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है, जो कि एक नितांत विनाशकारी निर्णय था.”
उन्होंने कहा, “इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है कि नोटबंदी अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल रही या नहीं.”
जयराम रमेश ने कहा, “प्रचलन में मुद्रा को कम करना, कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढ़ना, नकली मुद्रा पर अंकुश लगाना, आतंकवाद को समाप्त करना और काले धन का पर्दाफ़ाश करना जैसे किसी उद्देश्य को प्राप्त करने में कोई भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल नहीं की जा सकी.”
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय “प्रक्रिया के मुद्दे तक सीमित है और नोटबंदी के परिणाम से इसका कोई संबंध नहीं है.”
उन्होंने कहा कि इसलिए ये दावा करना ग़लत होगा कि “माननीय सर्वोच्च अदालत ने नोटबंदी के निर्णय को सही ठहराया है.”
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “मेरा सुझाव है कि पीएम मोदी ‘नोटबंदी दिवस’ मनाएं, वे क्यों नहीं मनाते? ऐसा इसलिए है क्योंकि वे जानते हैं कि नोटबंदी के कारण प्लंबर, ड्राइवर, कलाकार, बिजली मिस्त्री त्रस्त हो गए हैं.”
वहीं बीजेपी की ओर से कहा गया कि आतंकवाद की रीढ़ को तोड़ने में डिमोनेटाइजेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम किया है. इसके अलावा गरीबों के कल्याण और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद की है.
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, “यह फैसला देशहित में किया गया था और आज कोर्ट ने इस निर्णय को सही पाया है.”