रायपुर: टाउन एंड कंट्री प्लानिंग द्वारा बनाए गए मास्टर प्लान-2031 के लिए 9 दिसंबर तक दावा-आपत्ति मंगाई गई है। आज इसका अंतिम दिन है। अब तक कुल 859 आपत्तियां आ चुकी हैं, जबकि इससे पहले वर्ष 2011 में बनाए गए मास्टर प्लान में 2021 के लिए करीब पांच हजार आपत्तियां आई थीं। इस लिहाज से नए मास्टर प्लान में आपत्तियां बहुत कम आई हैं। इस तरह टाउन एंड कंट्री के नए प्लान में खामियां कम पाई गई हैं, जिससे इस प्लान को पहले से ज्यादा बेहतर माना जा सकता है।मास्टर प्लान-2031 के लिए 11 नवंबर से 10 दिसंबर तक दावा-आपत्ति मंगाई गई थी, लेकिन 10 तारीख को शनिवार पड़ रहा है। अवकाश होने के कारण इस दिन आपत्तियां नहीं ली जाएंगी यानी अब लोगों के पास शुक्रवार का दिन ही शेष बचा है। इसके बाद आपत्तियां नहीं ली जाएंगी। गुरुवार तक 859 आपत्तियां आ चुकी हैं, जिसमें लोगों की निजी भूमि को सार्वजनिक और अर्ध सार्वजनिक करने की शिकायतें ज्यादा मिली हैं। आपत्ति करने वालों में कृषि और आमोद-प्रमोद के लिए प्रस्तावित भूमि को आवासीय करने की मांग की गई है। कुछ आपत्तियां बस्ती में बने मकानों को मानचित्र में जलाशय क्षेत्र बताया दिए जाने की हैं। कई आवासीय प्रोजेक्ट के बीचों-बीच एमआर रोड का प्रस्ताव बना दिया गया है। इस तरह नए प्लान में भी अनेक खामियां पाई गई हैं। हालांकि ये खामियां पिछले मास्टर प्लान की तुलना में कम हैं।
10 लाख खसरों पर मंगाई आपत्ति
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के नए मास्टर प्लान के लिए 10 लाख खसरों पर दावा-आपत्तियाें के संबंध में आवेदन मंगाए गए हैं। इनमें अब तक सिर्फ 859 आपत्तियां आई हैं। 11 नवंबर से शुरू हुई आपत्तियां 5 दिसंबर तक करीब 400 आई थीं, लेकिन 6 से 8 दिसंबर के बीच तीन दिनाें में आपत्तियां दोगुनी से ज्यादा हो गईं।
ली सलाह, इसलिए आपत्तियां कम
नया मास्टर प्लान-2031 तैयार करने से पहले कार्यशाला आयोजित की गई थी, जिसमें व्यापारियाें एवं उद्योग संघ के प्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारियों को बुलाया गया था। कार्यशाला में सभी से सलाह-मशविरा करने के बाद प्लान तैयार किया गया है, इसलिए आपत्तियां कम आई हैं। जो आपत्तियां मिली हैं, उसका रेवेन्यू रिकॉर्ड चेक कर सुधार किया जाएगा।