भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह छ. ग. की सरकार इतनी कंगाल हो गई है कि निगम-मंडलों का सरप्लस पैसा बैंक में जमा कर रही है और उसी पैसे के विरुद्ध ऋण उठा रही है। यह सरकार ऋण लेकर घी पीने का काम कर रही है। पूरे राज्य में माफिया राज कायम हो गया है जिसमें सारे कांग्रेसी कार्यकर्ता उपकृत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में भी निगम-मंडल का सरप्लस पैसा बैंको में जमा किया गया था, लेकिन निगम-मंडल का जमा पैसा के माध्यम से विकास के काम होते थे। लेकिन इस सरकार में उस पैसे के विरुद्ध लोन लिया जा रहा है, यह स्थिति तब है, जब सरकार पिछले तीन साल में 51 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्जा ले चुकी है। वास्तव में यह सरकार गरीब, श्रमिक और महिला विरोधी है। श्रमिकों के असंगठित और संगठितों का 540 करोड़ रुपए बैंकों में जमा है परंतु उन के लिए चलाई जा रही सभी योजनाएं बंद कर दी गईं हैं। भाजपा शासन काल में श्रमिकों को लेकर 36 योजनाएं चलती थीं जिसमें श्रमिको को विभिन्न मदों के लिए पैसे मिलते थे। इस सरकार ने पैसों को जमा कर दिया है। उसी तरह 400 करोड़ से ज्यादा रुपए मंडी बोर्ड का जमा किया गया है इससे मंडी का विकास और किसानों को मिलने वाली सुविधा बंद कर दी गई है। उन्होंने कहा वैसी ही केन्द्र की योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन मिलता था। इस सरकार ने उसे भी बंद करवा दिया। अब मुख्यमंत्री उत्तराखंड में 500 रुपए में गैस सिलेंडर दिलाने की बात कर रहे हैं। अच्छा तो यह होता कि छत्तीसगढ़ एवं कांग्रेस शासित प्रदेशों में किसी योजना को कांग्रेस लागू करती उसके बाद दूसरे राज्यों में चुनावी वायदे करती।