सीतापुर। शारदा व सरयू नदी के जलस्तर में शुक्रवार को 20 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई। जलस्तर कम होने से कटान का खतरा बढ़ गया है। बिसवां तहसील में बाढ़ परियोजना में बने तटबंध का करीब 150 मीटर हिस्सा नदी में समा गया है। इससे रतनगंज गांव की तरफ तेजी से पानी बढ़ रहा है। गांव को बचाने के लिए सिंचाई विभाग की जद्दोजहद जारी है। ग्रामीणों ने बताया कि बालू की जगह मिट्टी की बोरियां डालकर पानी का वेग कम करने का प्रयास किया जा रहा है। महमूदाबाद में एक घर कट गया। रास्तों व घरों में कीचड़ भरा होने से आवागमन कठिन हो गया है। नदी के पानी के कारण जिले की तीन तहसील के प्रभावित गांवों में स्थिति भयावह है।
रास्तों पर भरा कीचड़
रामपुर मथुरा। महमूदाबाद तहसील में नदी के जलस्तर में 20 सेमी. की कमी आने से तटवर्ती गांव अखरी, सोतीपुरवा, बाबाकुटी, शंकरपुरवा, नयापुरवा, निरंजनपुरवा, कोठार, बैजूपुरवा, बक्सीपुरवा व कनरखी समेत 35 गांवों के करीब 1200 घरों को जलभराव से तो छुटकारा मिल गया है। लेकिन कटान ने चिंता बढ़ा दी है। अखरी में जुगुलकिशोर का घर कटान की चपेट में है। पूनम देवी ने बताया कि पानी निकलने के बाद हम लोग अपने अपने घरों को दुरुस्त करने में जुट गए हैं। बलेसरपुरवा में रामजियावन का पिछले वर्ष के कटान से बचा घर का आधा हिस्सा इस वर्ष नदी में कट रहा है।
60 घर कटान की जद में
सीतापुर। रतनगंज गांव के सोहन मौर्य, हनीफ, महस्सम, शरीफ, मुस्तफा, जाकिर, इरफान, साकिर, अलामुन सहित करीब 60 घर कटान के मुहाने पर आ गए हैं। इन घरों से नदी महज 50 से 100 मीटर दूरी पर बह रही है। तहसीलदार अविचल प्रताप व उपजिलाधिकारी पीएल मौर्य ने बताया गांव कटने नहीं दिया जाएगा।