इस्राइल और हमास के बीच शनिवार सुबह से युद्ध जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के करीब 1000 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में अमेरिका और नेपाल सहित अन्य देशों के नागरिक भी शामिल है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक युद्ध की स्थिति पर चर्चा करने के लिए कई देशों के संपर्क में हैं।
दोनों देशों के युद्ध के बीच सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की गई। मध्य-पूर्व शांति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक टोर वेन्नेसलैंड युद्ध की स्थिति पर चर्चा करने के लिए अमेरिका, यूरोपीय संघ, कतर, मिस्र और लेबनान के संपर्क में हैं। वेन्नेसलैंड के कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। ट्वीट में कार्यालय ने कहा कि विशेष समन्वयक वेन्नेसलैंड इस्राइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर चर्चा करने के लिए अमेरिका, ईयू, कतर, मिस्र और लेबनान के संपर्क में है। युद्ध के बीच हमारी प्राथमिकता नागिरक जीवन को सुरक्षित करना और किसी भी तरह के नुकसान से बचना है। यह मानवीय पहल है। संयुक्त राष्ट्र इन प्रयासों के लिए स्रकिय है।
इस्राइल ने ईरान पर लगाए आरोप
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इस्राइली दूत ने ईरान पर हमास को फंडिंग के आरोप लगाए हैं। इस्राइली दूत ने कहा है कि आतंकी संगठन समूह हमास के अभियानों को ईरान फंड कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल के प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि ईरान ही हमास के अभियानों का समर्थन कर रहा है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइली राजदूत के बयान से कुछ देर पहले ही ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा था कि ईरान फिलिस्तीनियों के आत्मरक्षा के अधिकारों का समर्थन करता है।
700 इस्राइली नागरिकों की मौत
इस्राइली मीडिया के अनुसार, हमास के हमले के कारण इस्राइल में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस्राइली सेना हमास के साथ लगातार भिड़ी हुई है। इस्राइली स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 2,243 लोग युद्ध में घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।