अदालत से बाहर आकर बोले राहुल गांधी, ‘मित्रकाल के विरुद्ध लोकतंत्र बचाने की लड़ाई’

अदालत से बाहर आकर बोले राहुल गांधी, ‘मित्रकाल के विरुद्ध लोकतंत्र बचाने की लड़ाई’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि केस में सोमवार को गुजरात के सूरत की एक कोर्ट में याचिका दाखिल की.

कोर्ट पहुंचने के करीब आधे घंटे बाद राहुल गांधी परिसर से बाहर निकले. उनके साथ समर्थकों की भीड़ थी. राहुल बाहर आकर मुस्कुराए. इंतज़ार कर रही भीड़ की तरफ़ हाथ हिलाया और बाहर चले गए.

कोर्ट ने राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई के लिए 13 अप्रैल की तारीख तय की है. उस दिन राहुल गांधी को मानहानि केस में दोषी ठहराए जाने को लेकर सुनवाई होगी.

राहुल गांधी ने मानहानि केस में ख़ुद को दोषी ठहराए जाने और दो साल की सज़ा दिए जाने को लेकर चुनौती दी है.

राहुल गांधी ने लिखा, “ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है.इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा!”

राहुल गांधी के इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर परोक्ष हमला माना जा रहा है.

राहुल गांधी बीते दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कारोबारी गौतम अदानी के संबंधों को लेकर सवाल उठाते रहे हैं.

वो ‘मित्रकाल’ के नाम से वीडियो भी जारी करते रहे हैं. मानहानि के जिस मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराया गया, उसमें भी उनके चार साल पुराने बयान को मानहानि की वजह माना गया.

इसमें राहुल गांधी ने कथित तौर पर ‘मोदी सरनेम’ को लेकर टिप्पणी की थी. राहुल ने कथित तौर पर कहा था, ‘कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है?’

वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर आरोप लगया है कि वो कोर्ट पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

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