पाटन ब्लाक ग्राम ठकुराईनटोला स्थित शिवजी के प्राचीन मंदिर में दर्शन के लिए अब भक्तों को नदी का जलभराव नहीं रोक पाएगा । यह मंदिर खारून नदी के बीच स्थित है , जहां तक पहुंचने के लिए लक्ष्मण झूले का निर्माण किया जाएगा । यह झूला ( बिज ) नदी पर दोनों तट को जोड़ते हुए 225 मीटर लंबा बनेगा चौड़ाई 3.5 मीटर होगी । लक्ष्मण झूले के बीच का हिस्सा मंदिर के करीब से गुजरेगा , जहां से भक्त दर्शन के लिए जा सकेंगे । खास बात यह है कि यहां बनने वाला लक्ष्मण झूला प्रदेश का तैसरा व लंबाई के मामले में दूसरे नंबर का होगा । इसके पहले राजिम और रायपुर के महादेव घाट में लक्ष्मण झूला बन है । राजिम के लक्ष्मण झूला की लंबाई करीब 600 मीटर और रायपुर में इसकी लंबाई करीब 110 मीटर है । इस तरह ठकुराईनटोला के शिव मंदिर के लिए बनने वाल लक्ष्मण झूला प्रदेश में दूसरे नंबर का होगा । लक्ष्मण झूला लगभग 19 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा और अगले साल महाशिवरात्रि तक तैयार कर लिया जाएगा । इसका भूमिपूजन सीएम भूपेश बघेल 1 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन करेंगे ।
चार महीने तक नहीं कर पाते दर्शन
ठकुरानटोला का प्राचीन शिव मंदिर खारून नदी के बीच स्थित है , जहां पहुंचने के लिए नदी से होकर जाना पड़ता है । इसके लिए भक्तों को साल में चार महीने काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । बारिश के दौरान ज्यादा जलभराव के चलते भक्त ज्यादातर मंदिर में पूजा के लिए पहुंच ही नहीं पाते । कई सावन सोमवार में यह स्थिति बनती है । इस वजह से भक्तों को तट से ही पूजा कर लौटना पड़ता है ।