मौसम खराब होने से एयरपोर्ट से लौटे, मेडिकल कॉलेज के नए भवन, मल्टीपरपज इण्डोर हॉल के लोकार्पण सहित विभिन्न कार्यों का करने वाले थे लोकार्पण तथा भूमिपूजन, जिला कलेक्टरेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का करना था अनावरण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का 8 जुलाई को सरगुजा प्रवास किन्हीं कारणों से कैंसिल हो गया है। मौसम खराब होने की वजह से वे एयरपोर्ट से लौट गए। सीएम जिले में विभिन्न कार्यों का लोकार्पण तथा भूमिपूजन कर जिलेवासियों को कुल 390.70 करोड़ के कार्यों की सौगात देने वाले थे। इसमें 385.30 करोड़ रुपए की लागत के कार्यों का लोकार्पण तथा 5.39 करोड़ रुपए के लागत के कार्यों का भूमिपूजन किया जाना था। इसके साथ ही जिला कलेक्टरेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण का कार्यक्रम भी होना था। कार्यक्रम से ठीक पहले सीएम का सरगुजा प्रवास कैंसिल होने से कांग्रेसियों में मायूसी छा गई है। अब सभी कार्यक्रमों के वर्चुअल लोकार्पण व भूमिपूजन की तैयारी शुरु कर दी गई है।
गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल को शनिवार की दोपहर 12.15 बजे अंबिकापुर प्रवास सुनिश्चित था। ऐन वक्त पर सीएम के नहीं आने से अब इसके वर्चुअल लोकार्पण की तैयारी शुरु कर दी गई है। वे यहां 374.08 करोड़ की लागत से बने राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंह देव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय भवन, चिकित्सालय और आवासीय परिसर का लोकार्पण करने वाले थे।
374.08 करोड़ की लागत से निर्मित इस परिसर में मुख्य रूप से 54.26 करोड़ रुपए की लागत से बने महाविद्यालय भवन, 120.73 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे हॉस्पिटल भवन के साथ ऑडिटोरियम, छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर, डीन आवास सहित अन्य कार्य शामिल हैं। यह राज्य का छठवां मेडिकल कॉलेज है।
मेडिकल कॉलेज की ये है खासियत
इस मेडिकल कॉलेज की खासियत है कि यहां मेडिकल स्टूडेंट्स के कौशल एवं दक्षता विकास के लिए वृहद स्किल्स लैब और बहरेपन के परीक्षण एवं ईलाज की विशेष सुविधा उपलब्ध है।
मेडिकल कॉलेज के नवीन महाविद्यालयीन भवन में कुल 7 विभाग संचालित होंगे। जिनमें एनाटॉमी विभाग, बायोकेमेस्ट्री विभाग, फिजियोलॉजी विभाग, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग, फोरेंसिक मेडिसिन विभाग, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, फार्माकोलॉजी विभाग विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
कलेक्टरेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा होना था अनावरण
प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री बघेल जिला कलेक्टरेट कार्यालय परिसर में स्थापित किए गए छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण भी करना था।
राज्य शासन द्वारा सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया था, ताकि लोगों में राज्य की संस्कृति के प्रति चेतना जागृत हो। छत्तीसगढ़ महतारी, छत्तीसगढ़ की अस्मिता, स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक हैं।