असम में मियां समुदाय के लोगों पर की गई टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
असम से राज्यसभा सांसद अजीत कुमार भुइयां ने गुवाहाटी के दिसपुर पुलिस थाने में और असोम संख्यालघु संग्राम परिषद नामक संगठन ने नौगांव सदर थाने में मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ सोमवार को एफआईआर दर्ज कराई है.
सांसद भुइयां ने मुख्यमंत्री सरमा के ख़िलाफ़ दर्ज शिकायत में कहा है कि सरमा ने एक विशेष समुदाय के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने वाला भाषण दिया है.
उन्होंने कहा,”‘मुख्यमंत्री ने एक खास समुदाय को निशाना बनाया है. जबकि सांप्रदायिक टिप्पणी करने वालों के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में सख़्त कानून है. ऐसे में हिमंत बिस्वा सरमा को मियां समुदाय पर सांप्रदायिक टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया?”
वहीं, असोम संख्यालघु संग्राम परिषद का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने अपनी टिप्पणी में ‘मियां-असमिया’ शब्दों का उपयोग जिस कदर किया वह सामाजिक सद्भाव को कमजोर करते हैं और समुदायों के बीच विभाजन को बढ़ावा देते हैं.
इस मामले को लेकर पूर्व सांसद तथा तृणमूल कांग्रेस असम इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन कर असम पुलिस को मुख्यमंत्री सरमा के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश ( डब्ल्यूपी (सी) संख्या 943/2021 अश्विनी कुमार उपाध्याय बनाम भारत संघ एवं ओ.आर.एस.) का हवाला देते हुए कहा कि असम पुलिस महानिदेशक को इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए.
क्या कहा था मुख्यमंत्री सरमा ने?
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में खासकर गुवाहाटी में सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए मियां मुसलमान व्यापारियों को जिम्मेदार ठहराया था. सब्जियों की आसमान छूती कीमतों के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा था, “इस समय जिन लोगों ने सब्जियों की इतनी ज्यादा कीमत बढ़ाई है, वो कौन लोग है. मियां व्यापारी हैं जो ज्यादा कीमत पर सब्जियां बेच रहें हैं”
असम में बंगाली मूल के मुसलमानों के लिए अक्सर ‘मियां’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. यहां बंगाली मूल के मुसलमानों की एक बड़ी आबादी सब्जियों और मछली का व्यापार करते है.
मुख्यमंत्री ने असमिया समुदाय के युवाओं को आगे आने और इन कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा था कि वह व्यक्तिगत रूप से गुवाहाटी फ्लाईओवर के नीचे के बाजार को खाली करवा देंगे, क्योंकि गुवाहाटी के फ्लाई ओवरों के नीचे ज्यादातर सब्जियां और फल बेचने वाले लोग मियां मुसलमान समुदाय से हैं.