Sanjay Singh: दिन में सरकार के खिलाफ हल्ला बोल और रात में शायरी-गीतों से केंद्र को घेर रहे संजय सिंह

Sanjay Singh: दिन में सरकार के खिलाफ हल्ला बोल और रात में शायरी-गीतों से केंद्र को घेर रहे संजय सिंह

मॉनसूत्र सत्र से निलंबित किए गए आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह तीन दिनों से संसद परिसर में ही धरने पर बैठे हैं। सिंह के साथ विपक्षी गठबंधन इंडिया के कई सांसद भी मौजूद हैं। सिंह और अन्य सांसदों ने गांधी प्रतिमा के आगे ही अपना बिस्तर लगा लिया है। सिंह अपने साथ खाने के लिए नाश्ता और गर्मी से बचने के लिए छोटा पंखा भी लेकर आए हैं। उनका साथ देने के लिए विपक्षी दलों के सांसद सुबह, दोपहर, शाम और रात को जुटते हैं। सुबह और दोपहर में जहां सरकार के खिलाफ हल्ला बोला जाता है, वहीं रात और शाम को सभी मिलकर शायरी और गीतों के जरिए मोदी सरकार को घेरते हुए नजर आते हैं। सांसद संजय सिंह बताते हैं कि बुधवार को हमारे आंदोलन का तीसरा दिन है। हम लोग इसी संसद भवन परिसर में हमारी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। धूप भी आई और बारिश भी हुई। यहां सभी दलों के नेता इकट्ठा होते हैं। 26 राजनीतिक दलों की टीम इंडिया की एक ही मांग है कि पीएम सदन में आएं और मणिपुर की हिंसा पर जवाब दें।

सांसद संजय सिंह का कहना है कि हमारी एक ही मांग है कि पीएम मणिपुर की हिंसा के मामले में सदन में आकर जवाब दें। देश का एक हिस्सा, जो हमारा बॉर्डर स्टेट है, ऐसे राज्य में अगर 80-90 दिनों से हिंसा चल रही है, तो पीएम खामोश कैसे रह सकते हैं? केंद्रीय मंत्री, राज्य की मंत्री का घर जला दिया गया। बच्चों का कत्ल हो रहा है, महिलाओं के साथ गैंगरेप हो रहा है। सबसे ज्यादा शर्मसार करने वाली तस्वीर आई। महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराया जा रहा है। इसमें एक महिला का पति कारगिल युद्ध में हिस्सा ले चुका है। आप कल्पना कीजिए कि सेना का रिटायर्ड सूबेदार कहता है कि मैंने कारगिल युद्ध में हिस्सा लेकर देश की रक्षा कर ली, लेकिन अपनी पत्नी की रक्षा नहीं कर पाया। नफरत के खिलाफ इंडिया खड़ा है और इसके खिलाफ आवाज उठा रहा है। मुझे तो पहले भी किसानों के काले कानून पर निलंबित किया गया है और अब मणिपुर की घटना पर बोलने को लेकर मेरे साथ ऐसा किया गया।

सांसद सिंह बताते हैं कि कारगिल के योद्धा की पत्नी को निर्वस्त्र कर परेड निकाली गई। इस घटना पर क्या मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को क्या शर्म नहीं आती? हम संसद में मांग कर रहे थे कि मणिपुर पर चर्चा हो। इसके लिए हमने नियम 267 के लिए नोटिस दिया। लेकिन हमें बोलने का मौका नहीं दिया। जब मैं चेयर के पास गया और मैंने बोला तो मुझे सस्पेंड कर दिया गया। अब तक मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया। हमारा एक राज्य जल रहा है पर पीएम मोदी खामोश हैं। देश में जो महिलाओं के खिलाफ दरिंदगी हो रही है, उसे लेकर प्रधानमंत्री को सदन में जवाब देना पड़ेगा। मणिपुर में तो डबल इंजन की सरकार है।

पीएम ने मणिपुर के मुद्दे को कर रहे हैं डायवर्ट

पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए आप सांसद ने कहा कि अगर एक क्रिकेटर की अंगुली टूट जाए तो प्रधानमंत्री का ट्वीट आ जाता है। रेल को हरी झंडी दिखाने के लिए प्रधानमंत्री को फुर्सत है, लेकिन मणिपुर की घटना पर वे इतने दिनों तक चुप रहते हैं। पीएम मोदी ने कल जिस तरह से मणिपुर हिंसा के मुद्दे को डाइवर्ट करने के लिए इंडिया का अपमान कर दिया। भारत का अपमान कर दिया। 140 करोड़ लोगों का अपमान कर दिया। इंडिया की तुलना आतंकवादी संगठन से तुलना कर दी। पीएम मोदी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। हम अपना अपमान कर बर्दाश्त हैं। लेकिन हम भारत, इंडिया और 140 करोड़ लोगों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। पीएम ने कैसे इंडिया की तुलना आतंकवादी संगठन से कर दी। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। आज मेरे आंदोलन का तीसरा दिन है। दो रात से हम लोग यहीं बैठे हैं। एक ही मांग है हमारी मणिपुर हिंसा पर पीएम सदन में आकर जवाब दें।

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