फिर खाकी की बर्बरता: थाने में पिटाई से युवक की मौत

फिर खाकी की बर्बरता: थाने में पिटाई से युवक की मौत

कानपुर के हनुमंत विहार थाने में एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत के बाद जबरदस्त हंगामा हुआ। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने जमीन के विवाद में एकतरफा समझौता कराने के लिए दबाव बनाया। इस दौरान उसकी तबीयत बिगड़ी तो आनन फानन उसे कॉर्डियोलॉजी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

इसके बाद परिजनों ने शव थाने लाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उच्चाधिकारियों के जांच के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। सचेंडी थाना क्षेत्र के सीढ़ी इटारा निवासी दिनेश भदौरिया (42) ने गल्ला मंडी सोसाइटी में एक साल पहले 200 वर्ग गज का एक प्लॉट खरीदा था। किदवईनगर निवासी प्रीति वर्मा भी अपना मालिकाना हक दिखा रहीं थीं।

प्लॉट पर कब्जे को लेकर बुधवार दोपहर दोनों पक्षों में टकराव हो गया। डायल 112 पर शिकायत हुई, तो एसओ हनुमंत विहार फोर्स के साथ पहुंचे और दोनों पक्षों को दस्तावेजों के साथ बुलाया। थाने में दोनों पक्षों को विवाद न करने की हिदायत देकर गुरुवार को एसीपी नौबस्ता के कार्यालय में दस्तावेजों के साथ पेश होने के निर्देश दिए।

परिजन बोले- पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई की
परिजनों का आरोप है कि प्रीति वर्मा ने दिनेश और उनके भाई सौरभ व पिता लाखन के खिलाफ पुलिस के साथ मिलकर मारपीट व एससीएसटी की धाराओं में केस दर्ज कराया था। मामले में हनुमंत विहार थाने ने एकपक्षीय कार्रवाई की। बुधवार को पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को फिर थाने बुलाया गया था।

यहां दिनेश को जमीन पर बैठाकर जलील किया गया। वहीं, दूसरे पक्ष की प्रीति को कुर्सी पर बैठाया था। इस बीच उसे कुछ खिला दिया गया, जिससे तबीयत बिगड़ गई और बाद में मौत हो गई। कॉर्डियोलॉजी से शव लेकर थाने पहुंचे परिजनों व सैकड़ों लोगों ने पुलिस व प्रीति को मौत की वजह बताते हुए कार्रवाई की मांग की।

डीएम और पुलिस कमिश्नर को बुलाने पर अड़े रहे लोग
इस बीच पीएसी और कई थानों की पुलिस के साथ एडीसीपी दक्षिण अंकिता शर्मा ने लोगों को समझाने की कोशिश की। लोग बिना कार्रवाई किए किसी भी हालत में शव उठने देने को तैयार नहीं हुए। उधर, बवाल बढ़ता देख पुलिस ने प्रीति वर्मा और उसके दो साथियों को हिरासत में ले लिया। हालांकि लोग डीएम और पुलिस कमिश्नर को बुलाने पर अड़े रहे।

कुछ कदम चलकर जमीन पर बैठ गया था मृतक
मृतक दिनेश थाना प्रभारी के कमरे से बाहर निकलने के बाद चौकी इंचार्ज गल्ला मंडी के कमरे की ओर बढ़े, लेकिन कुछ कदम चलकर वह जमीन पर बैठ गए। इसके बाद साथ आए लोगों ने ही उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल और फिर कार्डियोलॉजी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिर भी जांच के आदेश दिए गए हैं।

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