आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सात सीटों पर विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में मतभेद होने के संकेत मिल रहे हैं. ‘इंडिया’ के दो घटक दलों यानी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इन सीटों पर परस्पर विरोधाभासी दावे किए हैं.
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को कहा, “अगर वे (कांग्रेस) दिल्ली में गठबंधन नहीं करना चाहती है तो ‘इंडिया’ गठबंधन में जाने का कोई मतलब नहीं बनता, ये समय की बर्बादी है. पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस बात पर फैसला करेगा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होना है या नहीं.”
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने बताया है कि “इस मीटिंग में आदेश हुआ है कि दिल्ली की सातों सीटों पर मजबूत संगठन के साथ हर नेता को आज से अभी से निकलना है. सात महीने सात सीटें हैं. ये बात हुई कि जिसकी दिल्ली उसका देश होता है. ये दिल्ली का इतिहास बताता है. इसलिए कहा गया कि बिलकुल सातों सीटों पर तैयारी रखनी है. और मजबूती के साथ हमें निकलना है.”
उन्होंने ये भी कहा कि ‘राहुल गांधी जी ने कहा है कि आप दम लगाकर सातों सीटों पर लड़ें तो पहले नंबर पर भी आ सकते हैं.’
लांबा ने कहा कि ‘मीटिंग में दिल्ली में चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई और इस बात पर भी विचार हुआ कि पार्टी को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए या मिलकर. हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ कि कितने सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी.’