समाचार वेबसाइट न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकारों के घर छापे, गिरफ़्तारी और ऑनलाइन पोर्टल को चीन से फंडिंग के आरोपों की ख़बरों पर अमेरिका ने कहा है कि वो पारदर्शी लोकतंत्र में मीडिया की मज़बूत भूमिका के समर्थक हैं.
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रिंसिपल डिप्टी प्रवक्ता (प्रवक्ता) वेदांत पटेल ने कहा कि विदेश मंत्रालय न्यूज़क्लिक के चीनी सरकार से संबंध होने के “दावों की सच्चाई” पर टिप्पणी नहीं कर सकता है.
पटेल ने दैनिक ब्रीफ़िंग के दौरान कहा कि अमेरिकी सरकार ने भारत सरकार और अन्य के साथ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता समेत पत्रकारों के मानवाधिकार का सम्मान करने के महत्व पर पहले बातचीत की है.
अख़बार ‘द हिंदू’ ने अपनी एक ख़बर में कहा है कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता से बात की है.
प्रवक्ता ने न्यूज़ क्लिक पर लगे आरोपों पर कहा, “हमने भारत सरकार से पत्रकारों के अधिकारों के सम्मान की अपील की है, जिसमें ऑनलाइन और ऑफ़लाइन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी शामिल है.”
प्रवक्ता ने “द हिंदू” को बताया है कि अमेरिकी प्रशासन को न्यूज़क्लिक के चीनी लिंक होने के आरोपों की जानकारी है लेकिन प्रवक्ता ने उन दावों की सच्चाई पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति पारदर्शी लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका मजबूती से समर्थन करते हैं.