उपेक्षा और अनदेखी का आरोप लगाते हुए कभी भाजपा का दामन छोड़ने वाले कद्दावर आदिवासी नेता नंदकुमार साय पर कांग्रेस ने भी किसी तरह दिलचस्पी नहीं दिखाई। नंदकुमार साय विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे लेकिन उन्हें उनके गृह जिले के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार नहीं बनाया गया। संभावना थी कि कांग्रेस उन्हें जशपुर, पत्थलगांव, कुनकुरी या फिर लैलूंगा से उम्मीदवार बना सकती है लेकिन इन चारों सीटों पर नाम तय हो चुके है। सूची सामने आने के बाद नंदकुमार के चुनाव लड़ने के उम्मीदों पर पानी फिर गया। हालाँकि चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए राज्य औद्योगिक विकास निगम का अध्यक्ष जरूर नियुक्त किया था।
भाजपा ने ली चुटकी
कांग्रेस की दूसरी सूची सामने आने के बाद अब भाजपा ने नंदकुमार साय को लेकर चुटकी ली है। भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा “सुबह का भूला शाम को गुम हो जाये उसे कहते है नंदकुमार साय”
जशपुर पर तय हुए नाम
कांग्रेस ने आज अपनी सूची में जशपुर और रायगढ़ जिलों के आरक्षित सीटों पर भी नामों का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने जशपुर से विनय कुमार भगत, कुनकुरी से यू डी मिंज, पत्थलगांव से रामपुकार सिंह और लैलूंगा से विद्यावती सिदार को प्रत्याशी बनाया है। नंदकुमार साय को इन्ही चार सीटों में से ही टिकट मिलने की उम्मीद थी।
जारी हुई दूसरी सूची
कांग्रेस ने आज अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में कांग्रेस ने 53 नामों को शामिल किया है। वही कांग्रेस ने अपने दस विधायकों का टिकट भी काट दिया है। पार्टी ने सत्यनारायण शर्मा को रिप्लेस करते हुए उनके बेटे पंकज शर्मा को उम्मीदवार बनाया है
इनके कटे टिकट
कांग्रेस ने जिन विधायकों के टिकट काटे है उनमें मनेंद्रगढ़ से विनय जायसवाल, रामानुजगंज से बृहस्पत सिंह, प्रतापपुर से प्रेमसाय सिंह टेकाम, लैलूंगा से चक्रधर सिंह सिदार, पाली तानखार से मोहित राम, बिलाईगढ़ चंद्रदेव प्रसाद राय, धरसींवा अनिता योगेंद्र शर्मा, सामरी से चिंतामणि महराज और जगदलपुर से रेखचन्द जैन का नाम शामिल है।