राजनांदगांव विधानसभा का आजाद भारत का पहला चुनाव वर्ष 1952 से 2023 के चुनाव का सिलसिलेवार ब्यौरा

राजनांदगांव विधानसभा का आजाद भारत का पहला चुनाव वर्ष 1952 से 2023 के चुनाव का सिलसिलेवार ब्यौरा

1952 के आमचुनाव से ही विशेष तौर पर राजनांदगांव के विधानसभा का पंचवर्षीय चुनावी दंगल रोचक रहा है। क्योंकि इतवारी दंगल ( मल्लयुद्ध ) की परम्परा राजनांदगांव में रही है। चुनाव तो दलयुद्ध है इसे अपने – अपने दलों की विचारधारा के अनुरूप लड़ना चाहिए कदाचित व्यक्तिगत तौर पर नही लड़ना चाहिए।

यह पार्टी, प्रत्याशी का भ्रम है, कि चुनाव रूपया – पैसा, प्रलोभन, प्रदर्शन से जीत सकते हैं ! जबकि जीत – हार का अंतिम तौर पर निर्णायक भूमिका जनता की होती है, सूचीबद्ध मतदाताओं की होती है !

तमाम असहमतियों अनेकों सवालातों के बावजूद हम मानते हैं, कि 15 अगस्त 1947 को हमें राजनीतिक आजादी मिली है। हमारे देश को 26 जनवरी 1950 को 90,000 शब्दों का दुनिया का सबसे वृहद संविधान मिला है। आजादी मिलने और संविधान निर्माण के पहले हम गवर्नमेण्ट ऑफ़ इण्डिया ऐक्ट 1935 के अन्तर्गत संचालित होते थे। संविधान के अधीन बहुतेरे अधिनियमों का निर्माण किया गया, उसी में से एक अधिनियम लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 है। देश के सारे निर्वाचन इसी अधिनियम के अन्तर्गत सम्पन्न होते हैं। आजाद भारत का पहला चुनाव वर्ष 1952 को सम्पन्न हुआ।

पहले लोकसभा, विधानसभा के चुनाव साथ – साथ होते थे। 1952 – 1957 के मध्य कतिपय विधानसभा जिसे अधिसूचित किये गये थे, उन विधानसभा क्षेत्रों में एक बजाय दो विधायक चुने जाते थे। इस लेख को संक्षिप्त करने की गर्ज से मैं सीधे अपने इस लेख के नुक्ते पर आता हूं। इस पोस्ट का शेष – विशेष जो मुद्दा है, वह राजनांदगांव विधानसभा का 1952 से 2023 के चुनाव का मामूली टिप्पणी के साथ सिलसिलेवार ब्यौरा –

1952 से क्रमशः 2023 तक निर्वाचित एवं निकटतम उम्मीदवारों की एक नज़र में जानकारी …..

1952 आरके शुक्ला, कांग्रेस निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी जेपीएल फ्रांसिस प्रसपा।

1957 जेपीएल फ्रांसिस, प्रसपा निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी एकनाथ मारोतीराव कांग्रेस।

1962 एकनाथ मारोतीराव कांग्रेस निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी जेपीएल फ्रांसिस प्रसपा।

1967 किशोरीलाल शुक्ल कांग्रेस निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी भगवती प्रसाद निर्दलीय।

1972 किशोरीलाल शुक्ल कांग्रेस निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी जेपीएल फ्रांसिस प्रसपा।

1977 ठाकुर दरबारसिंह जनता पार्टी निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी बलबीर खनूजा कांग्रेस।

1980 किशोरीलाल शुक्ल निर्दलीय निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी आर खुर्शीद पाशा कांग्रेस।

1985 बलबीर खनूजा कांग्रेस निर्वाचित निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रेमनारायण वर्मा छमुमो।

1990 लीलाराम भोजवानी भाजपा निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी किशन खंडेलवाल कांग्रेस।

1993 उदय मुदलियार कांग्रेस निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी लीलाराम भोजवानी भाजपा।

1998 लीलाराम भोजवानी भाजपा निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी उदय मुदलियार कांग्रेस।

2003 उदय मुदलियार कांग्रेस निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी लीलाराम भोजवानी भाजपा।

2008 डॉ रमनसिंह भाजपा निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी उदय मुदलियार कांग्रेस।

2013 डॉ रमनसिंह भाजपा निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी अलका मुदलियार कांग्रेस।

2018 डॉ रमनसिंह भाजपा निर्वाचित, निकटतम प्रतिद्वंद्वी करूणा शुक्ला कांग्रेस।

2023 चुनाव – भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह है, जबकि कांग्रेस की ओर से खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन है। निजी तौर मैं बता सकता हूं, कि कौन जीतेगा लेकिन वह मेरे मन की बात होगी और मनकी बात सोशल मीडिया अर्थात सार्वजनिक मंच पर नही कह सकता इतनी तमीज मुझमें है, वैसे भी मैं जानता हूं जन – जन का मत 3 दिसम्बर 2023 को निर्वाचन आयोग मतगणना पश्चात लोक – परिणाम के तौर पर विजय – पराजय की घोषणा करेगी।

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