छत्तीसगढ़ का गठन 1 नवंबर, 2000 को मध्य प्रदेश से अलग कर किया गया था. मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्व के हिस्से को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया.
देश के 26वें राज्य छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का आज स्थापना दिवस है. छत्तीसगढ़ ने अपना 23 साल का सफर पूरा कर लिया. इस राज्य का गठन 1 नवंबर, 2000 को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से अलग कर किया गया था. छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राज्य का करीब 30 फीसदी हिस्सा है. दरअसल, मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्व के हिस्से को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया गया है.
छत्तीसगढ़ का गठन 1 नवंबर, 2000 को हुआ और ये भारत का 26वां राज्य बना. एक समय में इस क्षेत्र में 36 गढ़ थे, इसीलिए इसका नाम छत्तीसगढ़ पड़ा. हालांकि गढ़ों की संख्या बढ़ने के बावजूद इसके नामों में कोई बदलाव नहीं हुआ. बता दें कि छत्तीसगढ़ भारत का ऐसा राज्य है जिसे ‘महतारी'(मां) का दर्जा दिया गया है. ये राज्य वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों के विभिन्न कालों के प्रभाव में रहा है.
छत्तीसगढ़ नाम की उत्पत्ति
‘छत्तीसगढ़’ एक प्राचीन नाम नहीं है. इस नाम का प्रचलन 18वीं सदी के दौरान मराठा काल में शुरू हुआ. प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ ‘दक्षिण कोशल’ के नाम से जाना जाता था. ऐतिहासिक शिलालेख, साहित्यिक और विदेशी यात्रियों के लेखों के अनुसार, इस क्षेत्र का नाम पहले दक्षिण कोशल था. हालांकि आधिकारिक दस्तावेज में ‘छत्तीसगढ़’ का प्रथम प्रयोग 1795 में किया गया था.
बता दें कि छत्तीसगढ़ शब्द के अस्तित्व में आने को लेकर इतिहासकारों में कोई एक मत नहीं है. कुछ इतिहासकारों का मानना है कि कलचुरी काल में आधिकारिक रूप से छत्तीसगढ़ 36 गढ़ों में बंटा था और ये गढ़ एक आधिकारिक इकाई थे, ना कि किले. इन्हीं ’36 गढ़ों’ के चलते दक्षिण कोशल का नाम ‘छत्तीसगढ़’ पड़ा.