मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस तरह की कोई योजना संचालित नहीं है। योजना के नाम पर फर्जी फॉर्म भराए जा रहे हैं। भाजपा नेता जनता को गुमराह कर रहे हैं।
इस साल कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत के पीछे जिन पांच गारंटी योजनाओं की मुख्य भूमिका मानी जाती है, उसमें से चार योजनाएं महिलाओं से जुड़ी हुई हैं। गृह ज्योति योजना के तहत 200 यूनिट मुफ्त बिजली, कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन और बेंगलुरु महानगर परिवहन निगम की बसों में सभी महिलाओं को मुफ्त यात्रा, अन्ना भाग्य योजना में बीपीएल कार्ड धारक परिवारों को 10 किलो अनाज, कर्नाटक के लोकल और सस्ते दूध नंदिनी को बीपीएल या गरीबों में मुफ्त बांटने के अलावा गृह लक्ष्मी योजना भी एक थी। गृह लक्ष्मी योजना में कांग्रेस सरकार ने, हर परिवार की महिला मुखिया को, हर महीने दो हज़ार रुपये देने का वादा किया था।
रक्षाबंधन के दिन, 30 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में इस योजना की शुरुआत भी कर दी। उन्होंने इस योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि महिलाओं से जुड़ी योजनाओं को पूरे देश में लागू किया जाएगा।
लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में, महिलाओं को नकद राशि देने की योजना शामिल नहीं हो पाई। इसके उलट भाजपा ने महिलाओं को हर महीने एक हज़ार रुपये देने की घोषणा कर दी।
कांग्रेस पार्टी के कुछ बड़े नेता दबी जुबान में कह रहे हैं कि भाजपा की यह योजना, मैदानी इलाकों में कई घोषणाओं पर भारी पड़ रही है। कुछ नेताओं ने महिलाओं को नकद रकम देने की अलग से घोषणा करने का सुझाव भी पार्टी के नेताओं को दिया। शनिवार को कांग्रेस सरकार के प्रवक्ता और मंत्री मोहम्मद अक़बर ने जब प्रेस काफ्रेंस बुलाई तो माना जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं को नकद राशि देने की कोई घोषणा कर सकती है।
लेकिन मोहम्मद अक़बर ने असल में यह प्रेस कांफ्रेंस भाजपा की महतारी वंदन योजना को लेकर बुलाई थी। मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इस तरह की कोई योजना संचालित नहीं है। योजना के नाम पर फर्जी फॉर्म भराए जा रहे हैं। भाजपा नेता जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में चुनाव आयोग से भी शिकायत कर चुके हैं।
राहुल गांधी भले देश भर में महिलाओं के लिए ऐसी योजना लागू करने की घोषणा अगस्त में कर चुके हैं। लेकिन फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं को नकद राशि देने की किसी योजना से इंकार किया है। अब जबकि पांच दिन बाद राज्य में दूसरे और अंतिम चरण के लिए 70 सीटों पर मतदान होने हैं, तब कांग्रेस पार्टी कोई और नई घोषणा कर सकती है, इसे लेकर संशय है।