भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप के फ़ाइनल से पहले मीडिया को बताया कि टीम के खिलाड़ी फ़ाइनल में प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने बताया कि इस वर्ल्ड की तैयारियां बहुत पहले से चल रही हैं और टीम के सभी खिलाड़ियों को उनके किरदार के बारे में बखूबी पता है.
रोहित ने कहा, “हमने दो साल पहले इस वर्ल्ड कप की तैयारी करनी शुरू की. पहले टी20 फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और अब वनडे वर्ल्ड कप. हमें तीनों फ़ॉर्मेट के लिए टीम आइडेंटिफ़ाइ करनी थी कि कौन से प्लेयर्स किस फ़ॉर्मेट के लिए सही हो सकते हैं. उन्हें उनके रोल के बारे में बताया था.”
रोहित ने स्पष्ट रूप से कहा कि फ़ाइनल तक पहुंचने में इस बात की सबसे अधिक अहमियत है कि हमारे खिलाड़ियों को उनका किरदार पहले से पता था.
वे बोले, “यहां तक पहुंचने में उसकी सबसे अधिक अहमियत है. हमने कोशिश ये की थी कि कौन से लड़के कहां आकर खेलेंगे इसकी पूरी स्पष्टता थी. अब तक सब कुछ योजना के मुताबिक चल रहा है और उम्मीद है कि कल का दिन भी वैसा ही हो.”
रोहित ने यह भी कहा कि दोनों टीमें फ़ाइनल खेलने की हक़दार हैं. वे बोले, “हम जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया क्या कर सकती है. लेकिन हमें विपक्षी टीम क्या करती है इस पर ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है. हमारी नज़रें ख़ुद के प्रदर्शन पर टिकी हैं. हम अपनी योजनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे.”
गेंदबाज़ों पर क्या बोले रोहित?
अपने गेंदबाज़ों पर रोहित ने कहा, “हमारे गेंदबाज़ों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. हम शुरुआती चार पांच मैच में पहले गेंदबाज़ी किए और उन्होंने विपक्षी टीम को 300 से कम रन पर रोका. जब हमने टूर्नामेंट के दूसरे हिस्से में बाद में गेंदबाज़ी की तब शमी, सिराज, बुमराह को ये पूरी तरह पता था कि वो क्या करने वाले हैं. ठीक उसी तरह हमारे स्पिनर्स भी जानते थे कि उन्हें बीच के ओवरों में विकेटें निकालनी है तो उन्होंने वैसा ही किया.”
वर्ल्ड कप का फ़ाइनल खेलने पर रोहित ने कहा, “यह बहुत बड़ा अवसर है. हम इसी दिन के लिए तो खेलते हैं. कल वो दिन हमारे सामने होगा. हम जो भी मेहनत करते हैं, जो भी सपने देखते हैं इसी के लिए तो करते हैं.”
“टीम के सभी खिलाड़ियों का पूरा फ़ोकस इसी पर होगा कि उन्हें मैच में क्या करना है. इसी स्थिति में यह सोचने की जगह कि हम वर्ल्ड कप का फ़ाइनल खेल रहे हैं, उन्हें ये सोचना होगा कि मैच में कौन सी गेंद डालनी है, किस बल्लेबाज़ की ताक़त कहां पर है इसे ध्यान में रखते हुए गेंदबाज़ी करनी होगी. वहीं बल्लेबाज़ी में यह देखना होगा कि कौन से शॉट्स खेलने हैं और कौन से नहीं खेलने हैं.”
“निश्चित रूप से यह बहुत बड़ा अवसर है. आप हर बार फ़ाइनल नहीं खेलते. मेरे लिए ये बहुत बड़ा इवेंट है क्योंकि मैं तो फ़िफ्टी ओवर के वर्ल्ड कप को देख कर ही बड़ा हुआ हूं, लेकिन साथ ही ये भी पता है कि टीम को जो ज़रूरत है मुझे उस पर ध्यान देना है.”