इसराइल और हमास के बीच बंधकों को लेकर हुई डील के तहत तय हुआ चार दिन का अस्थाई युद्धविराम शुक्रवार शाम से लागू है.
इस अस्थाई युद्ध विराम के कारण उत्तरी ग़ज़ा से भागकर जान बचाने वाले कई लोग वापस भी आए हैं. लेकिन जिस घर की तलाश में वो लौटे हैं, वहाँ अब कुछ भी नहीं बचा है.
वही हमास ने रविवार को बताया है कि उसने 13 इसराइली, तीन थाई और एक रूसी बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया है.
हालांकि इसराइल ने कहा है कि उसके 14 और तीन विदेशी नागरिकों को हमास ने रेडक्रॉस को सौंपा है.
बताया गया है कि एक बंधक की राष्ट्रीयता को लेकर उलझन इसलिए हो रही है कि रूस के नागरिक के पास इसराइल की भी नागरिकता है.
हमास ने कहा है कि उसने रूस के ‘राष्ट्रपति पुतिन के प्रयासों के जवाब में’ रूस के इस बंधक को रिहा किया गया है.
इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा गया: “रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कोशिशों के जवाब और फ़लस्तीनी चिंता के समर्थन में रूस के रुख़ की तारीफ़ करते हुए इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने रूस के एक बंदी नागरिक को रिहा कर दिया है.”
इस तरह अस्थाई युद्धविराम के तीसरे दिन भी पहले दो दिनों की तरह इसराइली बंधकों की रिहाई हुई है.