राजस्थान में सीएम पद को लेकर बीजेपी ने मंगलवार (13 दिसंबर) को संस्पेस खत्म कर दिया. पार्टी ने जयपुर की सांगानेर सीट से पहली बार विधायक चुने गए भजनलाल शर्मा राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना है. इसी के साथ हिंदी भाषी राज्य राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बीजेपी ने नए चेहरे को मौका देकर सबको चौंका दिया है.
- बीजेपी विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा. इसे विधायक दल ने स्वीकार कर लिया. इसके अलावा राजस्थान में विधायक दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा उपमुख्यमंत्री होंगे. वहीं वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष होंगे.
- राजस्थान के भावी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से सरकार बनाने को लेकर मुलाकात की. उनके साथ इस दौरान पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और वसुंधरा राजे भी मौजूद रहीं
- सीएम चुने जाने के तुरंत बाद भजनलाल शर्मा ने कहा कि वो राज्य का विकास करेंगे. उन्होंने पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा ,‘‘मैं इतना विश्वास दिलाना चाहता हूं कि राजस्थान की यह जो टीम है. राजस्थान के जो हमारे सभी विधायक हैं. निश्चित रूप हमसे, बीजेपी से जो राजस्थान की अपेक्षा है, हम यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम राजस्थान का पूरी तरह से सर्वांगीण विकास निश्चित रूप से पूरा करेंगे. यह मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं.’’
- भजनलाल शर्मा ने अपनी स्कूली शिक्षा नदबई शहर, भरतपुर से पूरी की और राजकीय महाविद्यालय भरतपुर से कला में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय से एमए (राजनीति विज्ञान) की उपाधि प्राप्त की.
- निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भजनलाल शर्मा को बधाई दी. गहलोत ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ”भजनलाल शर्मा को बीजेपी विधायक दल का नेता बनाए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. आशा करता हूं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में आप कार्य करते हुए प्रदेश के विकास की गति को आगे भी बनाए रखेंगे एवं राजस्थान को देश का नंबर 1 राज्य बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में भूमिका निभाएंगे.”
- बीते दो दशक में पहली बार बीजेपी की ओर से राजस्थान में कोई नया चेहरा मुख्यमंत्री होगा. इससे पहले वसुंधरा राजे 2003 से 2008 और 2013 से 2018 तक दो बार मुख्यमंत्री पद पर रह चुकी हैं. इस बार भी उन्हें मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा था.
- राजस्थान से पहले छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी बीजेपी ने नए चेहरे का मौका दिया है. पार्टी ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय पर दांव लगाया तो मध्य प्रदेश में उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से आने वाले मोहन यादव को सीएम के रूप में चुना. राजननीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी ने नए चेहरे को मौका 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिया है.
- बीजेपी का ये चौंकाने वाला फैसला इस कारण माना जा रहा है क्योंकि सीएम पद की रेस में पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री सहित कई लोगों का नाम था. राजस्थान में सीएम पद की रेस वसुंधरा राजे, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुुन राम मेघवाल और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का नाम था. वहीं मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के अलावा मुख्यमंत्री बनने की रेस में पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम आ रहा था. इसके अलावा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे प्रबल दावेदार पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को माना जा रहा था.
- छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के पद की शपथ विष्णुदेव साय और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य बुधवार (13 दिसंबर) को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में लेगें. इसके अलावा मोहन यादव भी मध्य प्रदेश के सीएम पद की शपथ मोहन यादव बुधवार को ही लेंगे. साथ ही भजनलाल शर्मा का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार (15 दिसंबर) को होगा.