शाह और नड्डा ने चुनावी रणनीति पर चर्चा की
पार्टी सूत्रों के अनुसार फरवरी के दूसरे हफ्ते में जनजातीय बहुल संसदीय क्षेत्रों के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा सकती है। इनमें बस्तर, कोरबा, सरगुजा, बिलासपुर व जांजगीर-चांपा संसदीय क्षेत्र शामिल हैं। भाजपा कार्यालय में पार्टी की टिकट पाने के लिए संभावित प्रत्याशियों का बायोडाटा भी पहुंचने लगा है। भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में नए चेहरों को तरजीह दी जा सकती है, वहीं कुछ सीटों पर पुराने सांसद फिर से मैदान में उतारे जा सकते हैं। सूत्रों की मानें तो बस्तर में महिला प्रत्याशी उतारने की संभावनाएं
बन रही है।
कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नई दिल्ली में क्लस्टर संयोजकों के साथ 16 जनवरी को चर्चा हुई। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में लोकसभा की चुनावी तैयारियों के साथ ही संभावित प्रत्याशियों पर भी चर्चा हुई है
शाह और नड्डा ने चुनावी रणनीति पर चर्चा की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में मंगलवार को भाजपा की एक अहम बैठक हुई। इसमें सभी 543 लोकसभा सीट पर प्रचार अभियान की रूपरेखा पेश की गई। बैठक में, पहली बार के मतदाताओं, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों, ओबीसी, एससी, एसटी, युवाओं और महिलाओं को साधने की रणनीति पर भी जोर दिया गया।
पार्टी महासचिव विनोद तावड़े ने बताया कि 300 से अधिक नेताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए काम किया। उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत का दुनिया में कद कई गुना बढ़ा है। पार्टी नेताओं से सरकार की कई सफलताओं के साथ मतदाताओं तक पहुंचने का आह्वान करते हुए शाह ने कहा कि मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के विचार के इर्द-गिर्द को केंद्रित किया है। इस दौरान सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को भी काफी बढ़ावा मिला है।
शाह ने कहा कि सरकार भारत को एक बड़ी शक्ति बनाने की दिशा में काम कर रही है। नड्डा ने अपनी टिप्पणी में नेताओं से देशभर में पार्टी का और विस्तार सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नेताओं को यह देखना चाहिए कि पार्टी को उन राज्यों में अधिक सीट पर जीत हासिल हो, जहां 2019 में उसे सीमित सफलता मिली है, उन्होंने संकेत देते हुए कहा भाजपा अन्य दलों के नेताओं का स्वागत करना चाहती है, नड्डा ने कहा कि वह उन लोगों से मदद लेने को तैयार हैं।
तावड़े ने कहा कि बैठक में पार्टी नेताओं ने 2019 के चुनावों के कार्यक्रम के अनुसार अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अभी से तैयारियों की उलटी गिनती शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, हम न केवल भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे बल्कि अपने सहयोगियों की भी जीत सुनिश्चित करेंगे, जहां से वे चुनाव लड़ेंगे। पार्टी नेता विभिन्न मतदान समूहों से जुड़ने के लिए गांव चलें अभियान के हिस्से के रूप में गांवों में जाएंगे।