बीते लगभग साढ़े आठ वर्षों से रायपुर विमानतल में खड़े बांग्लादेशी विमान को हटाने की प्रक्रिया एक बार फिर से तेज होने लगी है। बताया जा रहा है कि रायपुर विमानतल अथारिटी ने बांग्लादेशी कंपनी को नोटिस जारी किया है और कंपनी का जवाब आने का इंतजार किया जा रहा है।
अथारिटी का कहना है कि कंपनी का जवाब आते ही नीलामी की प्रक्रिया भी की जाएगी। इसके लिए रायपुर विमानतल अथारिटी द्वारा अपने कानूनी सलाहकारों से चर्चा भी जा रही है। इन साढ़े आठ वर्षों में बांग्लादेशी विमान का पार्किंग किराया ही लगभग सवा तीन करोड़ से ज्यादा हो गया है।
इस संबंध में वर्ष 2015 से लेकर अब तक रायपुर विमानतल अथारिटी ने 90 बार से अधिक बार बांग्लादेशी कंपनी को पत्र लिखा है, साथ ही कंपनी को ईमेल द्वारा भी जानकारी दी गई है। मालूम हो कि कंपनी द्वारा इसके बाद भी कोई ध्यान न देने पर रायपुर विमानतल अथारिटी ने बांग्लादेशी कंपनी को नोटिस भी जारी किया है और कंपनी के जवाब का इंतजार किया जा रहा है।
यह था मामला
सात अगस्त, 2015 को बड़ी आपात स्थिति में ढाका से मस्कट जा रहे बांग्लादेशी विमान एमडी 83 में खराबी आ गई ती, इसके चलते इसकी आपात लैंडिंग रायपुर विमानतल में करवाई गई। इस विमान में 173 यात्री शामिल थे। दूसरे दिन इन यात्रियों को दूसरे विमान से बांग्लादेशी भेजा गया। इस घटना के बाद से बांग्लादेशी विमान रायपुर विमानतल में ही ठहरा हुआ है।
साढ़े आठ वर्षों में 300 मीटर खिसका है विमान
इन साढ़े आठ वर्षों में यह बांग्लादेशी विमान 300 मीटर खिसकाया गया है। वर्ष 2019 में विदेशी विमानन कंपनी के विशेषज्ञ रायपुर विमानतल पहुंचे और इन विशेषज्ञों ने इस विमान को 300 मीटर खिसकाया था और जल्द ही इस विमान को यहां से ले जाने की भी बात कही थी।
रायपुर विमानतल के निदेशक एसडी शर्मा ने बताया कि बांग्लादेशी विमान के संबंध में मुख्यालय से भी चर्चा की जा रही है और कानूनी सलाह ली जा रही है। कानून विशेषज्ञों से पूछा जा रहा है कि ऐसी स्थिति में क्या कदम उठाए जा सकते हैं।