ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वेक्षण की रिपोर्ट को ख़ारिज करते हुए कहा है कि ये कोई ‘निर्णायक सबूत नहीं है.’
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने आरोप लगाया है कि एएसआई की इस रिपोर्ट ने समाज में ‘अराजकता और असुरक्षा’ की भावना पैदा कर दी है.
बोर्ड के प्रवक्ता डॉ सैयद क़ासिम रसूल इलियास की ओर से जारी एक बयान में आरोप लगाया है कि हिंदू संगठन कई सालों से जनता को गुमराह कर रहे हैं.
संस्था ने अदालत में दाखि़ल एएसआई की रिपोर्ट को मीडिया में जारी करने के लिए हिंदू पक्ष की आलोचना की है और इसे अदालत की अवमानना क़रार दिया है.
उन्होंने ये आरोप भी लगाया है कि एएसआई जैसे अहम संस्थान सांप्रदायिक लोगों के हाथों का खिलौना बनकर अपना महत्व खो रहे हैं.