कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है. यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर की गई है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि अनुशासनहीनता और पार्टी के ख़िलाफ़ बयान देने के कारण यह कार्रवाई की गई है.
प्रेस रिलीज़ में लिखा गया है, “अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के ख़िलाफ़ बार-बार बयानबाज़ी को ध्यान में रखते हुए माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने श्री प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है.”
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की पहचान धार्मिक उपदेशक की भी है. हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह का न्योता दिया था.
इसके बाद वह केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी से भी मिले थे.
2019 के लोकसभा चुनाव में प्रमोद कृष्णम लखनऊ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे, मगर यहां से बीजेपी के राजनाथ सिंह की जीत हुई थी.उससे पहले उन्होंने कांग्रेस के ही टिकट पर संभल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था मगर जीत हासिल नहीं कर पाए थे.