पीएम मोदी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुझे दो हिस्सों में काम करना है, पहला बीजेपी का घोषणापत्र, दूसरा मेरा जो विजन है.
पीएम मोदी ने कहा, ”2019 में 100 दिन का नाम लेकर मैं चुनाव में गया था. कश्मीर वाला काम 100 दिन में किया. यूएपीए भी 100 दिन में पूरा किया. पशुओं के टिकाकरण का पूरा अभियान चला रहा हूं. मैं प्लानिंग करके आगे बढ़ता हूं.”
मोदी की गारंटी से जुड़े सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, ” शब्दों के प्रति यहां किसी तरह के जिम्मेदारी नहीं. नेता जो कहते हैं वो करते नहीं हैं.”
”प्राण जाए वचन ना जाए से हमें सीख लेनी चाहिए. मैं वादे की जिम्मेदारी लेता हूं. जब ऐसा करते हैं तो देश को भरोसा होता है.”
”मैंने जो कहा वो किया. कश्मीर का भाग्य 370 हटाकर बदला. तीन तलाक के खिलाफ़ कानून लाया. जाना भी होगा तो जिम्मेदारी लेकर जाएंगे कि जो कहा वो करके दिखाया. इसलिए मैं बार बार मोदी की गारंटी है कहता हूं.”
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, ”राम मंदिर का राजनीतिकरण कब हुआ और किसने किया? हमारी पार्टी की सरकार नहीं बनी थी तब फैसला हो सकता था. राजनीतिक फायदे के लिए इस मुद्दे को रखा गया. अदालत में फैसला ना आए इसकी भी कोशिश की गई. राम मंदिर उनके लिए (विपक्ष) राजनीतिक हथियार था. वोटबैंक बनाने का तरीका था. अब क्या हुआ. राम मंदिर बन गया और उनके हाथ से यह मुद्दा चला गया.”
”राम मंदिर मेरे लिए इवेंट नहीं था. वो मेरे लिए गंभीर मुद्दा था. 500 सालों का संघर्ष था. लाखों लोगों का बलिदान था. एक लंबी न्यायिक प्रक्रिया थी.”
पीएम मोदी ने कहा, ”लोगों ने एक एक पैसा देकर मंदिर बनाया है. यह सरकारी पैसे से नहीं बना है, यह लोगों के योगदान से बना है.”
पीएम मोदी का ये इंटरव्यू समाचार एजेंसी एएनआई पर ऐसे समय प्रसारित हो रहा है जब देश में 19 अप्रैल से मतदान शुरू होने वाला है.