चुनाव प्रशिक्षण में अनुपस्थित 144 अधिकारी-कर्मचारियों को जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा शोकाज नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने चुनाव जैसे महत्वपूर्ण कार्य में गैर जिम्मेदार तरीके से अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा है कि जवाब असंतोषप्रद पाएये जाने पर चुनाव एवं सिविल सेवा आचरण नियमों के तहत कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इस महीने के आठ से 10 तारीख तक चुनाव प्रशिक्षण का प्रथम दौर संपन्न हो चुका है। शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों को मतदान दल के सदस्य के तौर पर पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी एक, दो एवं तीन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बिना सूचना अथवा उचित कारण के 144 अधिकारी गैर हाजिर पाये गये हैं। कलेक्टर ने इन अनुपस्थित कर्मियों के लिए 22 अप्रैल को जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभाकक्ष में सुबह 11 बजे से विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया है। उन सभी को इसमें अनिवार्य रूप से शामिल होकर प्रशिक्षित होने के निर्देश दिए हैं।
चुनाव कराने मतदान दलों का रेंडमाइजेशन से हुआ गठन
लोकसभा चुनाव के लिए मतदान दलों के गठन का कार्य पूरा हुआ। एनआइसी कक्ष में निर्वाचन आयोग के साफ्टवेयर में रेंडमाइजेशन प्रक्रिया से दल गठित किए गए। सामान्य प्रेक्षक अभय ए महाजन और कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण की मौजूदगी में यह कार्य संपन्न हुआ। प्रथम रेंडमाइजेशन में चुनाव में काम करने वाले कर्मचारी चयनित किए गए थे। अभी दूसरे चरण के रेंडमाइजेशन से मतदान दल बनाए गए। विधानसभावार दल बनाए गए हैं। टीम के सदस्यों को अभी यह नहीं पता कि उन्हें किस बूथ में मतदान कराने जाना है। यहां तक वे आपस में परिचित भी नहीं हैं। सामग्री वितरण के समय ही उन्हें बूथ बताकर रूट चार्ट के अनुरूप रवाना किया जाएगा। एनआइसी के तकनीकी निदेशक अरविंद यादव के नेतृत्व में उनकी टीम ने रेंडमाइजेशन की कार्रवाई पूर्ण की। मतदान दलों के प्रशिक्षण का दूसरा चरण 25 अप्रैल से शुरू होगा। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी, जिला पंचायत सीईओ आरपी चौहान, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना, चुनाव पर्यवेक्षक आरके राय भी उपस्थित थे।