कांग्रेस सांसद और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज बिलासपुर में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। राहुल ने मौजूदा चुनाव को लोकतंत्र, संविधन और आरक्षण को बचाने वाला चुनाव बताया। अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि आप पता लगा लें कि मीडिया के मालिकों और बड़े-बड़े एंकरों में कितने आदिवासी, दलित और पिछड़े हैं। वहां एक भी इस वर्ग का नहीं है। इसी वजह से आपके मुद्दे टीवी पर नहीं आते। किसी अरबपति के बेटे-बेटी की शादी होती है तो 24 घंटे उसे दिखाया जाता है लेकिन महंगाई, भागीदारी और आरक्षण पर कोई एंकर
सवाल नहीं पूछता है। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और
बीजेपी के साथ बड़े उद्योगपतियों अडानी और अंबानी भी निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि ये चुनाव मामूली चुनाव नहीं है। इसमें विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी व इंडिया गठबंधन और दूसरी तरफ बीजेपी। और जो लोग राजनीति को समझते हैं और हिंदुतस्तान के ऐसे करोड़ों लोग हैं उनको मालमू है ये चुनाव संविधान को बचाने का चुनाव है। ये जो हमारा संविधान है इसको प्रधानमंत्री और बीजेपी के नेता आरएसएस के लोग खत्म करना चाहते हैं। बदलना चाहते हैं। एक तरफ वो संविधान को खत्म करने में लगे हैं दूसरी तरफ कांग्रेस इसे बचाने की कोशिश कर रही है तो ये 2024 का चुना एक प्रकार से संविधान का चुनाव है।
अब ये जो संविधान है ये सिर्फ एक किताब नहीं है। ये इस देश में गरीबों को अधिकार देता है। गरीबों की रक्षा करता है उनके भविष्य की देखभाल करता है और देश में उनकी आवाज और उनके जिने के तरीके की रक्षा करता है। बीजेपी चाहती है इसे फाड़ कर फेंक दिया जाए और राज 20-25 अरबपति लोग करें और बाकी जनता देखती रहे। बीजेपी के नेता कहते हैं कि हमारी सरकार बनेगी तो इस बार हम संविधान को खत्म कर देंगे। दूसरे नेता कहते हैं कि आरक्षण को खत्म कर देंगे। संविधान में से आरक्षण निकला है। संविधान से वोट और आपका हक ये सब संविधान की देन है। अगर ये चला जाएगा तो अपका जल, जंगल और जमीन, जीने का तरीका भाषाएं गायब हो जाएगी। बीजेपी के लोग आपको वनवासी कहते हैं। आप आदिवासी हो जो इस देश के पहले मालिक थे।
दलितो को संविधा ने ही आरक्षण दिया। ओबीसी को भी आरक्षण संविधान ने ही दिया। इसके बिना गरीब लोगों के लिए कुछ नहीं बनेगा। ये लोग कहते हैं हम आरक्षण के खिलाफ नहीं है। आरक्षण एक सोच है। देश में भागीदारी मिलनी चाहिए। जब ये किसी सार्वजनिक उपक्रम का निजीकरण करते हैं तो आरक्षण खत्म करते हैं। जब ये ठेकेदारी प्रथा और अग्निवीर जैसी योजना लाते हैं तो आरक्षण खत्म करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं चुनौती देता हूं कोई भी बीजेपी का नेता कह दे कि हम पब्लिक सेक्टर को प्राइवेट नहीं करेंगे। ठेकेदारी प्रथा खत्म कर देंगे। ये कह ही नहीं सकते क्योंकि इनकी विचारधारा अंबेडकर, नेहरू और गांधी की नहीं है। इनकी विचारधारा चुने हुए लोगों की मदद करने की है। अब क्या हुआ अब जनता को यह बात समझ आ गई है। पता चल रहा है कि हर दिलत पिछड़े आदविासी को यह बात समझ में आ गई है कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी संविधान को खत्म करने में लगे हैं। पहले हम लोग कहते थे तो आप लोग मानते नही थे। लेकिन इस चुनाव में सारे लोगों को पता चल गया है कि आक्रमण लोकतंत्र, संविधान, आरक्षण और पब्लिक सेक्टर पर है। अब ये चुनाव लोकतंत्र आरक्षण संविधान और गरीबों के अधिकारों को बचाने का चुनाव हो गया है।
पहले नरेंद्र मोदी कह रहे थे 400 पार अब नहीं बोल रहे हैं। अब 150 नहीं बोल रहे हैं। बयान आ रहा है कि हम संविधान, लोक तंत्र और आरक्षण के खिलाफ नहीं है क्योंकि उनको पता चल गया है कि देश की जनता ने उनकी नब्ज पकड़ ली है। अब सवाल उठता है कि इन्होंने 22 लोगों को 16 लाख करोड़ रुपया दिया है। मतलब 25 साल के मनरेगा का पैसा। हमने किसानों का कर्जा माफ किया था। 24 साल तक किसानों का कर्जा माफ करो तब 16 लाख रुपये बनता है।
राहुल गांधी ने कहा कि इन लोगों ने जिनता पैसा अडानी को दिया है उतना पैसा मैं आपको दूंगा। हम करोड़ों लखपति बनाने जा रहे हैं। गरीब परिवार में एक महिला को हर साल एक लाख रुपये यानी हर महीने 8 हजार 500 रुपये देंगे। इतना ही नहीं डिग्री और डिप्लोमाधारी युवाओं को एक साल की नौकरी की गारंटी देंगे। एक साल में उन्हें एक लाख रुपये भी देंगे। यह क्रांतिकारी योजना है। दुनिया में किसी सरकार ने ऐसा काम नहीं किया है हिंदुस्तान की पहली सरकार होगी NE यह काम करने जा रही है। राहुल गांधी ने किसानों से माफी और एमएसपी की गारंटी का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि हम आरक्षण में जो 50 प्रतिशत की सीमा है उसे भी समाप्त कर देंगे।