रायपुर : कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर इडी और ईओडब्ल्यू के दागी जिनका नाम चार्जशीट पर है ऐसे आबकारी उपायुक्त विकास गोस्वामी ने अहाता लाइसेंसियों की बैठक ली , बैठक के दौरान सभी अहाता लाइसेंस की शर्तों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही अहाता में निरंतर साफ-सफाई और अन्य लाइसेंस शर्तों का नियमानुसार पालने करने के निर्देश दिए गए । साथ ही अहाता में सभी आवश्यक सुविधा तत्काल उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए ।
अहाता लाइसेंसियों द्वारा शर्तों के उल्लंघन करने पर और समय पर लायसेंस फीस व बैंक गारंटी जमा नहीं करने पर सभी को नोटिस जारी किया गया। अहाता लाइसेंसियों को कड़ी हिदायत दी गई की किसी भी प्रकार से लाइसेंस शर्त का उल्लंघन नहीं करें। इस अवसर पर सभी वृत्त प्रभारी भी उपस्थित रहे। अब सवाल यह उठता है की ऐसे आबकारी अधिकारी जिसके ऊपर खुद ईडी और ईओडब्ल्यू ने अपराध दर्ज किया है न्यायालय में पेश किये गये चालान में नाम है ऐसे भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी पर कोई कैसे ईमानदारी की भरोसा करेंगे, विष्णु देव साय सरकार को चाहिए की ऐसे दागी अधिकारी को तत्काल रायपुर से हटाया जाय जो स्वयं सरकार को बदनाम करने में लगा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि यह कहते फीर रहा है कि अब मेरा कुछ भी नहीं होगा स्वयं हाऊस ने मुझे रायपुर में बैठाया है और हाऊस से मेरा सीधा संपर्क है।न मुझे ईओ डब्ल्यू बुला सकता है और न ही ईडी। ऐसे अधिकारी के खिलाफ सरकार को तत्काल कार्यवाही करना चाहिए जो हाऊस और सरकार को बदनाम करने में लगा हुआ है।