मंगलवार 23 जुलाई 2024 को शिवभक्त पवनकुमार कांवड़िया यात्रा के दौरान हरिद्वार के कांगड़ाघाट में स्नान कर रहा था, कि अचानक से नदी की तेज बहाव की चपेट में आ गया। पानी का बहाव इतना अत्यधिक तेज था। एक व्यक्ति को तेज बहाव के चपेट में आते देख राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ( State Disaster Response Force ) के आसिफ खान श्रद्धालु को बचाने के ख्याल से बहती नदी की धारा में छलांग लगाया, उसको छलांग लगाते देख उसका सहकर्मी शुभम् भी कूद गया, नदी की धारा इतनी प्रचण्ड वेगवती थी, कि ऐसी स्थिति में उसे एक दो लोगों द्वारा बचाना आसान नही था, यह भयावह नजारा देख उत्तराखण्ड पुलिस के जांबाज गोताखोर विक्रांत और सनीकुमार भी नदी में कूद पड़े, चारों जांबाजों ने अपनी जान पर खेलकर शिवनगर कालोनी, रोहतक ( हरियाणा ) निवासी पवनकुमार को बचा लिया।
हम आम हिन्दुस्तानियों के बीच सरकारें और कतिपय लोग चाहे कितनी ही कोशिश दूरियां बढ़ाने की करले लेकिन जब बात इंसानियत – मानवता की आती है, तो धर्म नही देखा जाता *और इस तरह मौत की लहरों में ज़िन्दगी की सांसें लिख दी गयी