सुकमा जिले के नागाराम में शनिवार देर रात नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक ग्रामीण की गला रेतकर हत्या कर दी। वहीं, दूसरी ओर नक्सलियों के डर के चलते महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उप सरपंच हेमला सुकला अपने परिजनों के साथ घर में मौजूद था। उसी समय रात को दो नक्सली घर आ पहुंचे और उप सरपंच पुलिस के लिए मुखबिरी का काम करने की बात कहते हुए गला रेतकर उसकी हत्या कर दी।
नक्सलियों के द्वारा उप सरपंच की हत्या किए जाने की बात का पता चलते ही पटेलपारा निवासी हेमला सन्नी ने अपने घर के अंदर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि नक्सलियों के द्वारा गांव में 18 से अधिक पुलिस कैंप खोले जाने के साथ ही 18 ग्रामीणों के नाम से नक्सली पर्चा जारी किया गया है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि इन सभी 18 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है। वहीं, इस घटना को केरलापाल कमेटी के द्वारा अंजाम दिए जाने की बात का भी उल्लेख किया गया है।
वहीं, इस मामले में सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि नक्सलियों ने जिस ग्रामीण की हत्या की है, उसे वर्ष 2007 में सलवा जुडूम में काम करने का आरोप लगाते हुए हत्या करने की बात सामने आई है। मृतक के परिजनों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर कारण क्या है। वहीं, महिला के आत्महत्या करने के मामले की जांच की जा रही है। मृतक किसी भी प्रकार से पुलिस के लिए कोई काम नहीं करता था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।