बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष (आरजेडी) लालू यादव के करीबी समझे जाने वाले श्याम रजक ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है. रजक पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव थे.
लालू यादव को भेजे अपने इस्तीफे़ में उन्होंने शायराना अंदाज़ में लिखा है,”मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया. आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था.”
श्याम रजक पहले भी आरजेडी छोड़ चुके हैं. वो आरजेडी छोड़कर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हो गए थे. नीतीश सरकार में वो मंत्री भी बने थे. लेकिन बाद में उन्होंने जेडीयू छोड़ कर फिर आरजेडी का दामन थाम लिया था. हालांकि एक बार फिर उनके जेडी (यू) में जाने की चर्चा है.
श्याम रजक के जनता दल (यूनाइटेड) के जाने के सवाल पर पार्टी के नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सीनियर नेताओं को आरजेडी में उपेक्षा हो रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए राजीव रंजन प्रसाद ने कहा,”आरजेडी में संघर्ष की पृष्ठभूमि से आए नेताओं ने अपनी पहचान खुद बनाई है. उन्होंने अपनी राजनीतिक पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है. लेकिन आज वे उपेक्षा के शिकार हैं. उनके फैसले (इस्तीफे के फैसले) से यह जाहिर है कि आरजेडी में जो सम्मान सीनियर नेताओं को मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा है.’’