फसल के रखवालों ने ले ली 17 बंदरों की जान, जांच शुरू

फसल के रखवालों ने ले ली 17 बंदरों की जान, जांच शुरू

वन विभाग ने छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के थानखम्हरिया तहसील के ग्राम बेलगांव में 28 अगस्त को हुई 17 बंदरों की मौत की जांच शुरू कर दी है। यहां सब्जी की फसल को बचाने के लिए रखे गए रखवालों पर एयर पिस्टल से फाय¨रग कर बंदरों की जान लेने के आरोप हैं। वन विभाग ने अब तक बंदरों के चार सड़े गले शव बरामद किए हैं।

वन विभाग ने छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के थानखम्हरिया तहसील के ग्राम बेलगांव में 28 अगस्त को हुई 17 बंदरों की मौत की जांच शुरू कर दी है। यहां सब्जी की फसल को बचाने के लिए रखे गए रखवालों पर एयर पिस्टल से फाय¨रग कर बंदरों की जान लेने के आरोप हैं।

वन विभाग ने अब तक बंदरों के चार सड़े गले शव बरामद किए हैं। शवों की हालत इतनी खराब थी कि उनका पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जा सका। उनके अवशेष को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। आरोपितों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत अपराध दर्ज किया गया है।

हिन्दू संगठनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
घटना पर हिन्दू संगठनों ने रोष व्यक्त करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पंच सीताराम वर्मा ने बताया कि गांव से बंदर भगाने के लिए रखवाले बुलाए गए थे। बुधवार को उनके घर के सामने ही बंदर भगाने वाले ने गोलियां चलाईं। इसमें 10 बंदरों की मौत हो गई। गुरुवार को भी कुछ अन्य घायल बंदर मारे गए।

उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों से 17 मृत बंदरों की वीडियो और तस्वीरें साझा की गई हैं। उधर, दुर्ग के डीएफओ चंद्रशेखर परदेशी ने बताया कि ग्रामीणों से पूछताछ की गई है। मौके से चार बंदरों के सड़े गले शव मिले हैं। बंदरों की मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

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