बीजापुर में आठ नक्सलियों ने लाल आतंक से किया तौबा

बीजापुर में आठ नक्सलियों ने लाल आतंक से किया तौबा

साल 2024 में लगातार बीजापुर में सुरक्षा बलों को नक्सल मोर्चे पर सफलता मिलती जा रही है. शनिवार 21 सितंबर को फोर्स को एक और सफलता मिली. यहां सरकार के नक्सल उन्मूलन नीति से प्रभावित होकर एक साथ आठ नक्सलियों ने सरेंडर किया. बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि कुल 8 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इन नक्सलियों में तीन इनामी माओवादी हैं.

तीन नक्सलियों पर था 11 लाख का इनाम: बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि सरेंडर करने वाले आठ नक्सलियों में से तीन नक्सलियों पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित है. सरेंडर करने वाले माओवादियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है. ये नक्सली उसूर और पामेड़ इलाके में सक्रिय थी.

सरेंडर करने वाले नक्सलियों के बारे में जानकारी: अन्य सरेंडर करने वाले नक्सलियों की बात करें तो इसमें चंदर कुरसम माओवादियों की प्लाटून नंबर 12 का कमांडर था. उसके ऊपर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था. वह साल 2003 से प्रतिबंधित नक्सल संगठन से जुड़ा था. साल 2008 के मोदकपाल टुंकीगुट्टा नक्सल हमले में वह शामिल रहा है. इसमें 10 जवान शहीद हुए थे.

महिला कैडर मंगली पोटाम प्लाटून नंबर 2 का हिस्सा थी. इसके अलावा आयतु कोर्सा मनकेली जनताना सरकार दस्ते का प्रमुख था. पोटाम और कोर्सा पर क्रमशः 2 लाख रुपये और 1 लाख रुपये का नकद इनाम था:

सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मिलेगा पुनर्वास नीति का लाभ: सरेंडर करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति का फायदा मिलेगा. सरेंडर करने पर इन आठों नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई. इसके अलावा राज्य सरकार की नीति के तहत इनका पुनर्वास किया जाएगा.

अब तक बीजापुर में कितने नक्सलियों ने किया सरेंडर: अब तक बीजापुर में इस साल 178 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. नक्सल ऑपरेशन और अन्य कार्रवाई में कुल 378 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है.

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