75 साल के पति को था पत्नी के चरित्र पर शक, मार डाला गला दबाकर

75 साल के पति को था पत्नी के चरित्र पर शक, मार डाला गला दबाकर

पारिवारिक कलह को लेकर परेशान 75 साल के एक बुजुर्ग पति ने सो रही अपनी 55 साल की पत्नी का गला घोटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद पति शव के पास रातभर बैठा रहा। सुबह होने पर बेटे ने दरवाजा खटखटा कर पूछा तो पिता ने बताया उन्होंने पत्नी की हत्या कर दी है। बेटे ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के पहुंचने के बाद बुजुर्ग ने दरवाजा खोला। इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।

घटना रतनपुर क्षेत्र के ग्राम कर्रा की है। यहां रहने वाले घासीदास यादव(75) घर पर ही रहते थे। उनका बेटा कृष्ण कुमार ड्राइवर है। बुधवार की रात घासीदास और उनकी पत्नी पुनीता(55) ने साथ में भोजन किया। इसके बाद दोनों अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। इधर उनका बेटा कृष्ण और बहू भोजन के बाद अपने कमरे में सो रहे थे। गुरुवार की सुबह कृष्ण कुमार जब जागे तो उनके पिता का कमरा बंद था। उनकी मां पुनीता रोज सुबह जल्दी जाग जाती थी। देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुलने पर कृष्ण कुमार ने बाहर से आवाज लगाई। तब घासीदास ने अपनी पत्नी की हत्या कर देने की बात कही। उसने अपने बेटे को पुलिस बुलाने कहा। बेटे ने दरवाजा खोलने के लिए कहा तो वृद्ध ने इन्कार कर दिया।

आखिरकार बेटे ने अपनी मां की हत्या की जानकारी पुलिस को दी। इस पर रतनपुर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने किसी तरह वृद्ध को समझाकर दरवाजा खुलवाया। इसके बाद वृद्ध को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया। इधर गांव वालों की मौजूदगी में शव का पंचनामा कराया गया है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि वृद्ध ने पारिवारिक विवाद के चलते पत्नी की गला दबाकर हत्या की है।

बगल कमरे में सो रहे बेटा-बहू को नहीं लगी भनक

महिला की हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम कर्रा गांव पहुंच गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर चीरघर भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में कृष्ण कुमार ने बताया कि भोजन के बाद वे अपनी पत्नी और बच्चे के साथ कमरे में सो रहे थे। बगल के ही कमरे में उनकी मां और पिता सो रहे थे। रात को मां और पिता के बीच क्या हुआ उन्हें पता नहीं चला। सुबह जब वे जागे तो उनकी मां की हत्या हो चुकी थी। पिता ने शव के साथ खुद को कमरे में बंद कर लिया था।

तीसरी पत्नी थी महिला, हर जगह करता था रोकटोक

गांववालों ने पुलिस को बताया कि पुनीता घासीदास की तीसरी पत्नी थी। इससे पहले दो पत्नियां घासीदास को छोड़कर चली गई थीं। इसके बाद वह पुनीता को तीसरी पत्नी बनाकर लाया था। दोनों का एक बेटा कृष्ण कुमार और एक बेटी है। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। गांववालों ने बताया कि चरित्र शंका को लेकर पति उसके आने-जाने पर रोकटोक करता था। इसके कारण दोनों के बीच आए दिन नोकझोंक भी होती थी। बुधवार की रात दोनों के बीच विवाद बढ़ गया। इसके बाद वृद्ध ने सो रही पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी।

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