दिल्लीं पहुंचा बिलासपुर कांग्रेस भवन विवाद का मामला

दिल्लीं पहुंचा बिलासपुर कांग्रेस भवन विवाद का मामला

बिलासपुर के कांग्रेस भवन में विवाद एक बार फिर से गहराता चला जा रहा है। कांग्रेस भवन में पीपीसी महामंत्री एवं बिलासपुर संगठन जिला प्रभारी सुबोध हरितवाल और पूर्व महापौर राजेश पांडेय के बीच विवाद अब दिल्ली पहुंच गया है। हरितवाल ने पहले पीसीसी चीफ दीपक बैज से शिकायत की। इस पर जिला शहर अध्यक्ष को पूर्व महापौर राजेश पांडेय को नोटिस जारी करना पड़ा। इस नोटिस पर राजेश पांडेय को उनके अनुशासनहीनता पर कोई राहत न मिल जाए, इसलिए सुबोध हरितवाल छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट के पास दिल्ली में जाकर डेरा डाले हुए हैं। माहौल पूर्व महापौर के खिलाफ बन रहा है। ऐसे में निलंबन या निष्कासन की कार्रवाई से इन्कार नहीं किया जा सकता।

यह विवाद 27 नवंबर को सामने आया। इस दिन पीसीसी चीफ दीपक बैज नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक लेने पहुंचे थे। इसमें पूर्व महापौर राजेश पांडेय को बोलने का अवसर नहीं मिला। जिसे लेकर वे नाराज थे। यहीं नाराजगी विवाद का कारण बनी। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के बीचबचाव से उस दिन मामला शांत हो गया। दूसरे ही दिन शहर अध्यक्ष ने पूर्व महापौर को अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा। बंद लिफाफे में जवाब भी मिला। जिसे शहर अध्यक्ष ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दिया। नोटिस के बाद मामला गरमा गया। अब धीरे-धीरे यह प्रकरण सुलगने लगा। बिलासपुर में कांग्रेस नेताओं का विवाद का मामला अब दिल्ली के गलियारों में सुर्खियों में बना हुआ है।

बहरहाल अब देखना होगा कि सम्मान की लड़ाई में किसके सम्मान को उचित स्थान मिलता है। लेकिन, इस घटना पर बिलासपुर, रायपुर के साथ ही दिल्ली तक के नेताओं की निगाह टिकी हुई है।

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