चुनाव पार्टी पर हमले की जांच एनआईए कर रही है. इस सिलसिले में शुक्रवार को एनआईए की टीम ने छत्तीसगढ़ के धमतरी और गरियाबंद जिले में छापेमारी अभिायन चलाया. साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान पोल पार्टी पर हमले को लेकर एनआईए यह जांच कर रही है.छत्तीसगढ़ के सुदूर गांवों में कई स्थानों पर एनआईए ने तलाशी अभियान चलाया.
11 संदिग्धों के स्थानों पर सर्चिंग: एनआईए ने 11 संदिग्धों के स्थानों पर सर्चिंग अभियान चलाया. गरियाबंद और धमतरी जिलों के जिन स्थानों पर एनआईए ने दबिश दी है. उनमें नक्सल प्रभावित क्षेत्र रावनडिग्गी, सेमरा, मैनपुर, घोरागांव, केराबाहरा और गरियाबंद शामिल हैं. इन इलाकों में 11 संदिग्धों के कई ठिकानों पर तलाशी ली गई. जांच के आधार पर एनआईए की टीम यह मान रही है कि संदिग्ध प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) आतंकी संगठन के मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन के ओवर ग्राउंड वर्कर (ओडब्ल्यूजी) और समर्थक थे
गरियाबंद ब्लास्ट में नक्सलियों का था हाथ: एनआईए की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि नवंबर 2023 की चुनाव ड्यूटी में शामिल सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने हमला किया था. इस हमले में मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन का हाथ था. जिसमें आईटीबीपी का एक हेड कॉन्स्टेबल शहीद हो गया था. शुक्रवार को जिन सिंदिग्ध परिसरों की तलाशी ली गई. उनके नाम आरसी-05/2024/एनआईए-आरपीआर मामले में एनआईए की जांच के दौरान सामने आए थे. अब तक इस केस में एनआईए ने नक्सली पर्चे, बुकलेट, मोबाइल फोन और डिजिटल डिवाइस को जब्त किया है. कुल 1.50 लाख रुपये भी जब्त किए गए हैं. इस केस में 10 आरोपियों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल किया गया है.