एक हज़ार रुपये के फ्री गिफ़्ट वाउचर के चक्कर में कैसे गंवा दिए 51 लाख?

एक हज़ार रुपये के फ्री गिफ़्ट वाउचर के चक्कर में कैसे गंवा दिए 51 लाख?

दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में अमेज़न गिफ़्ट वाउचर के नाम पर साइबर फ़्रॉड हुआ है. इस फ्रॉड में एक महिला ने 51 लाख रुपये गंवा दिए.

ग्रेटर नोएडा में रहने वाले मीनू रानी को अज्ञात लोगों ने सबसे पहले व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल किया. इसके बाद व्हाट्सऐप ग्रुप में महिला के साथ यह वाउचर शेयर किया गया.

इसी ग्रुप में मुफ़्त में ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेज़न का वाउचर देने की बात कहकर उनका भरोसा जीता गया. इसके बाद उनसे 51 लाख रुपये की ठगी की गई.

ऑनलाइन ठगी का शिकार बनी मीनू रानी ने 8 मार्च 2025 को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है.

फ़्रॉड की शुरुआत उस समय हुई जब पीड़ित महिला मीनू रानी को हरि सिंह नाम के एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर संपर्क किया.

हरि सिंह ने अपना परिचय 15 साल के अनुभवी इन्वेस्टमेंट गाइड के तौर पर दिया. इसके बाद मीनू रानी से बातचीत कर उन्हें एक व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल होने के लिए तैयार किया गया.

मीनू ने बताया कि इस ग्रुप में लोग बाज़ार में पैसा लगाने के कामयाब तौर तरीकों के बारे में चर्चा करते हैं. मीनू रानी शेयर बाजार से ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने के लालच में हरि​ सिंह के झांसे में आकर व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल हो गईं.

पुलिस को दी शिकायत में मीनू रानी ने बताया कि कुछ समय के बाद व्हाट्सऐप ग्रुप में उनका संपर्क आरती सिंह से हुआ.

आरती ने उन्हें बताया कि हरि सिंह ने हर महिला सदस्य की इन्वेस्टमेंट में मदद करने के लिए एक हज़ार रुपये के अमेज़न गिफ़्ट वाउचर ख़रीदे हैं.

आरती ने मीनू को बताया कि यह गिफ़्ट वाउचर हासिल करने के लिए वह (मीनू) अपने अमेज़न अकाउंट को लॉगिन करे.

मीनू ने ऐसा ही किया और उसे अपने अमेज़न अकाउंट के बैलेंस में एक हज़ार रुपये जमा मिले.

इससे मीनू रानी का भरोसा हरि सिंह और उनके व्हाट्सऐप ग्रुप पर और बढ़ गया. इसके बाद इन ठगों ने स्टॉक मार्केट में पैसा लगाकर एक महीने में तीन से पांच गुना मुनाफ़ा कमाने का लालच दिया.

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