9 महीने 14 दिन के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स अपने चार साथियों के साथ मंगलवार देर रात करीब 3 बज कर 27 मिनट पर अंतरिक्ष से धरती पर वापस लौट आई हैं। इस दौरान सुनीता और उनके साथी मुस्कुराते हुए लोगों का अभिवादन किया…
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने पिछले साल 5 जून 2024 को नासा के मिशन के तहत बोइंग के अंतरिक्ष यान पर बैठकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. ये मिशन सिर्फ 10 दिन का था, लेकिन अंतरिक्ष यान में खराबी आने की वजह से दोनों धरती पर वापस नहीं लौट सके. 10 दिन का ये मिशन 9 महीने का हो गया. अब सुनीता और बुच दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वापस आ गए हैं.
सुनीता ने कैप्सूल से बाहर निकलते ही हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया. मुट्ठी तानकर बताया कि मिशन कामयाब रहा. सारे सिक्यॉरिटी चेक के बाद ड्रैगन कैप्सूल से एक-एक कर उसके अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला गया.
पैराशूट के साथ चारों यात्रियों को ला रहा ड्रैगन कैप्सूल समंदर में लैंड कर गया है. सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी हो गई है. नासा के कंट्रोल रूम के सभी साइंटिस्ट की नजरें स्क्रीन पर टिकी हुई थी. कैप्सूल के समंदर में उतरने के करीब 10 मिनट तक कैप्सूल का सिक्यॉरिटी चेक किया गया. बता दें कि कैप्सूल को सीधे नहीं खोला जाता है. ऐसा अंदर और बाहर के तापमान को एक लेवल पर आने के लिए भी किया जाता है. कैप्सूल जब धरती के वातावरण में घुसता है, तो वह गर्मी से बिल्कुल लाल हो जाता है. इसलिए समंदर में उतरने के बाद भी उसके तापमान के सामान्य होने का इंतजार किया जाता है।
नासा ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी का सीधा प्रसारण किया है। अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी पर दुनिया भर की निगाहें टिकीं हुई थीं। सब उनकी सकुशल वापसी के लिए दुआ कर रहे थे।