
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने एक सुर में आतंकवाद के खिलाफ सरकार के कदमों का समर्थन किया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) में पाकिस्तान को लेकर लिए गए फैसलों पर सभी दलों ने एकमत होकर सहमति जताई।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “सभी राजनीतिक दलों ने CCS बैठक में लिए गए निर्णयों का समर्थन किया है। साथ ही विपक्ष ने सरकार को आश्वासन दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ भविष्य में उठाए जाने वाले हर कदम में वह सरकार के साथ खड़ा रहेगा।” बैठक की शुरुआत में हमले में मारे गए लोगों की श्रद्धांजलि में मौन रखा गया।
*राहुल गांधी*ने भी बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि विपक्ष इस दुखद घटना की निंदा करता है और आतंकवाद के खिलाफ सरकार को हरसंभव समर्थन देगा। वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हमारे देश के नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, हम उसका समर्थन करेंगे।”
टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने भी बैठक में कहा कि विपक्ष किसी भी सियासी मतभेद को दरकिनार कर देशहित में सरकार के साथ है।
इस अहम बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल, आप सांसद संजय सिंह, सपा नेता रामगोपाल यादव समेत तमाम बड़े दलों के नेता शामिल हुए।
CCS बैठक के बड़े फैसले:
पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि निलंबित
अटारी बॉर्डर बंद करने का निर्णय
आतंकी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाने का संकेत
राष्ट्रीय एकता का संदेश
सरकार और विपक्ष की इस एकजुटता ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता के सवाल पर सभी राजनीतिक दल एकमत हैं। आतंकी हमले के खिलाफ कड़ा और निर्णायक कदम उठाने के लिए पूरा देश एकजुट है।