रायपुर। मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद मंत्रालय में वक्त पर पहुंचने का कल्चर तेजी से बदल रहा है। अब अफसरों की हाजिरी 90 फीसदी के पार पहुंच गई है। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री के एक जनवरी को दिए गए सख्त संदेश के बाद सचिवालय ने तेजी से एक्शन लिया। पीएस टू सीएम ने अफसरों को व्हाट्सएप ग्रुप में स्पष्ट कर दिया कि अब अटेंडेंस की निगरानी खुद सीएम सचिवालय करेगा।
इसके बाद सिस्टम में बड़ा बदलाव देखने को मिला। अब रोज दोपहर 2 बजे तक हाजिरी चार्ट सीएम सचिवालय के संबंधित अफसर के पास पहुंच जाता है, जिसमें चीफ सिकरेट्री से लेकर सचिवालय के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति और टाईमिंग दर्ज होती है।
इस निगरानी का असर भी दिखने लगा है—80 प्रतिशत से ज्यादा अफसर अब तय समय से पहले महानदी भवन पहुंच रहे हैं। कई तो सुबह 10 बजे से पहले ही ऑफिस में मौजूद रहते हैं।
हालांकि, यह बदलाव अभी सिर्फ नया रायपुर तक सीमित है। जिलों में अब भी पुराना ढर्रा बरकरार है। वहां न तो अटेंडेंस का ऐसा सख्त सिस्टम है, न ही निगरानी। जानकार मानते हैं कि अगर कलेक्टरों पर भी वैसी ही सख्ती दिखाई जाए जैसी सचिवालय में की गई है, तो जिलों का वर्क कल्चर भी सुधर सकता है।