- सुषमा कास्बेकर की लिखी एक रोचक कहानी जो छोटी सी चींटी के ज़रिए एक बड़ी बात कहती है. ये कहानी है पाय नाम की चींटी और उसके झुंड की जो तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए ख़ुद को बचाए रखती हैं, जो एक निवाले के लिए अनेक चुनौतियों से भिड़ जाती हैं. पाय वो जुझारू सेनापति है जो अपनी रानी और बाकी चींटियों के लिए खाने का जुगाड़ करती है लेकिन रास्ते में ज़ाय नाम का टिड्डा रुकावट पैदा करता है. लेकिन एक दिन जब ज़ाय शहद के डिब्बे में गिर जाता है तो पाय उसे बचाती है और यहीं से शुरू होती है एक ऐसी दोस्ती जो मिलकर कड़कती ठंड का सामना कर खाने का 199 करती है. लेकिन मुश्किलें यूं ही हार नहीं मानती और न ही ये चींटियां. चुनौती और हौसले में से किसकी जीत होती है?