अपडेट : आरपी सिंह को हिरासत में ले गई ED, विनोद तिवारी, देवेंद्र यादव के घर जांच खत्म

अपडेट : आरपी सिंह को हिरासत में ले गई ED, विनोद तिवारी, देवेंद्र यादव के घर जांच खत्म

प्रवर्तन निदेशालय-ED ने सोमवार सूर्योदय से पहले शुरू हुई कार्रवाई को देर रात तक समेट लिया था। दिन भर की जांच-पड़ताल के बाद ED के अधिकारी कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह को अपने साथ कार्यालय लेकर गए हैं। वहीं विनोद तिवारी के घर पर चल रही तलाशी खत्म हो गई है। इस बीच कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर पर कार्रवाई देर रात तक चली।

दिन भर चली पूछताछ और तलाशी अभियान के बाद ED के अधिकारी कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह को लेकर बाहर निकले। इस बीच घर के बाहर ED की कार्रवाई का विरोध करने जमे विधायक विकास उपाध्याय ने भीड़ के साथ अधिकारियों को घेर लिया। उन्होंने कहा, इतनी पूछताछ के बाद बिना किसी तथ्य के अधिकारी आरपी सिंह को नहीं ले जा सकते। अधिकारियों के काफी समझाने-बुझाने के बाद विकास आरपी सिंह को ले जाने देने को तैयार हुए लेकिन वे भी समर्थकों के साथ ED के दफ्तर गए। इस बीच हाउसिंग बोर्ड के सदस्य विनोद तिवारी के घर पर तलाशी ले रही ED की टीम लौट आई है।

देर रात विनोद तिवारी ने घर के भीतर की एक तस्वीर जारी की। उन्होंने लिखा – भूपेश बघेल जी की लोकप्रियता से घबराहट, केंद्र के इशारे पर कूटरचित डायरी के पन्ने, महाधिवेशन का डर आज ED पहुंची मेरे घर। सुबह से शाम तक ली मेरे घर की तलाशी। रमन सिंह की आय से संबंधित पेपर घर पर थे। ED के अधिकारी पेपर अपने साथ क्यूं नहीं ले गये। ED रमन सिंह के खिलाफ कार्रवाई करेगी? बताया जा रहा है, देर रात तक ED की टीमें रामगोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, देवेंद्र यादव और चंद्रदेव राय के घर पर तलाशी कर ही रहीं थीं। तलाशी के दौरान रामगोपाल अग्रवाल अपने घर पर मौजूद नहीं रहे। कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता नेताओं के घर के बाहर जमा होकर लगातार नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच ED की ओर से कार्रवाई पर आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है। सूत्रों का कहना है कि यह तलाशी अभियान एक-दो दिन तक जारी रह सकता है।

ED के यहां से छूटने के बाद उन्होंने तेलीबांधा थाने में इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। अब उन्होंने न्यायालय में आवेदन लगाया है। निखिल के वकील राशिद अल्वी ने बताया, इस मामले में 4 मार्च को दलील पेश किया जाना है। इधर ED का कहना था, निखिल चंद्राकर, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी का कर्मचारी है। इसके पास से हाथ से लिखी डायरियां बरामद की हैं, जिसमें लेनदेन का ब्यौरा है।

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