दिल्ली में हुए कथित शराब घोटाले में पैसों की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में गिरफ़्तार हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्र पिल्लई आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे ज़बरदस्ती बयान पर दस्तख़त कराए.
अरुण पिल्लई ने हैदराबाद की एक अदालत में याचिका दायर कर ये आरोप लगाए हैं.
ईडी का दावा है कि पिल्लाई भारत राष्ट्र समिति की एमएलसी और तेलंगना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता के क़रीबी हैं.
ईडी का दावा है कि पिल्लई ही कथित साउथ कॉर्टल का चेहरा हैं. ईडी का दावा है कि साउथ कॉर्टल ने दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को सौ करोड़ रुपए दिए और दिल्ली की नई शराब नीति के तहत दिल्ली में शराब कारोबार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की.
आम आदमी पार्टी सरकार ने घोटाले के आरोप लगने के बाद अपनी नई शराब नीति को निरस्त कर दिया था.
हैदराबाद की अदालत के विशेष जज एमके नागपाल ने ईडी को नोटिस जारी कर इस मामले में 13 मार्च तक जवाब देने के लिए कहा है.
याचिका में पिल्लई के अधिवक्ता ने ईडी के समक्ष दर्ज कराए गए बयानों को वापस लेने की मांग की है.
अभियुक्त पिल्लई ने दावा किया है कि ईडी ने नवंबर 2022 उन्हें दो दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया और उन दस्तावेज़ों को उनके बयान के रूप में पेश किया