दिल्ली कैपिटल्स अपने नियमित कप्तान ऋषभ पंत के बिना आईपीएल में उतरने को तैयार है। टीम के पास कई बेहतरीन विदेशी तेज गेंदबाज हैं। लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों में खलील अहमद पर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी रहने वाली है। 25 साल के खलील टीम के प्रमुख भारतीय तेज गेंदबाज हैं। 2018 में आईपीएल डेब्यू करने वाले खलील ने उसी साल भारत के लिए भी पहला मैच खेला था। हालांकि 2019 के बाद उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका तो नहीं मिला, लेकिन पिछले साल आईपीएल में कमाल किया था।
खलील अहमद के लिए क्रिकेटर बनना आसान नहीं रहा। जयपुर जिले के टोंक के रहने वाले खलील के पिता कंपाउंडर हैं। वह चाहते थे कि बेटा डॉक्टर बने। लेकिन खलील का सपना कुछ और ही था। खलील को क्रिकेट खेलने के लिए काफी डांट पड़ती थी। कई बार तो बेल्ट से भी पिटाई हुई।
खलील अहमद ने हाल ही में आकाश चोपड़ा से बात करते हुए कहा- मेरी तीन बड़ी बहनें हैं और मेरे पिता टोंक जिले में कंपाउंडर थे। इसलिए जब डैडी अपनी नौकरी पर जाते थे, तो मुझे किराने का सामान, दूध या सब्जी खरीदने जाने जैसे काम करने पड़ते थे। मैं खेलने जाता था। जिसका मतलब था कि घर का काम नहीं हो पाता था।’
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने आगे बताया, ‘मेरी मां पिता से इसकी शिकायत करती थी, फिर वो मुझसे पूछते थे कि मैं कहां था। मैं ग्राउंड पर रहता था। वह बहुत गुस्सा हुआ करते थे। क्योंकि मैं पढ़ता नहीं था और काम भी नहीं करता था। वह मुझे बेल्ट से पीटते थे, जिससे मेरे शरीर पर निशान पड़ जाते थे। मेरी बहनें रात में उन घावों का इलाज करती थीं।’
खलील अहमद ने आईपीएल में अभी तक 34 मुकाबले खेले हैं। इसमें उनके नाम 48 विकेट हैं। पिछले सीजन में उन्होंने 10 मुकाबलों में 16 शिकार किए थे। इस सीजन वह अच्छा करते हैं तो टीम इंडिया में भी वापसी कर सकते हैं। 2016 अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा रहे खलील ने अभी तक 11 वनडे और 14 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इसमें उनके नाम क्रमश: 15 और 13 विकेट हैं।