पहले अमेरिकी विदेश मंत्री ने अफ्रीका की यात्रा की है और अब उपराष्ट्रपति कमला हैरिस यात्रा कर रही हैं.
इतना ही नहीं साल के आखिर में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन खुद भी अफ्रीका की यात्रा कर सकते हैं.
अमेरिका के तीन सबसे शक्तिशाली नेताओं की अफ्रीकी यात्रा इस तरफ इशारा करती है कि उसे अफ्रीका के साथ अपने रिश्तों को मजबूत बनाना है और वह इसके लिए प्रयास कर रहा है.
यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब खासकर चीन और रूस, अमेरिका को चुनौती देने के मामले में मजबूत हो रहे हैं.
घाना का ध्यान अफ्रीका डायस्पोरा के साथ रिश्तों को मजबूत करने पर है. वह कई शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक बदलावों का गवाह रहा है. यहां का पड़ाव कमला हैरिस के लिए एक आदर्श मंच की तरह है.
आधिकारिक बयान के अनुसार उनकी यात्रा का मकसद दिसंबर महीने में वाशिंगटन में हुए यूएस-अफ्रीका समिट को आगे लेकर जाना है, जहां राष्ट्रपति बाइडन ने घोषणा की थी कि वे अफ्रीका के भविष्य को मजबूत करने में साथ मिलकर चलेंगे.
लेकिन ये भविष्य है क्या? यह भविष्य एक युवा और बढ़ती आबादी के साथ अफ्रीका प्राकृतिक संसाधनों से भरा हुआ है, जिसने कई शक्तिशाली देशों को इसकी तरफ खींचने का काम किया है.