रायपुर। राजधानी रायपुर में फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले कंप्यूटर सेंटर के संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी पैसों के बदले फर्जी मार्कशीट, वोटर आईडी, पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज तैयार करता था. पुलिस जब सेंटर पर पहुंची, तो वहां बड़ी मात्रा में कूट रचित दस्तावेजों का जखीरा मिला, जिसके बाद इस खेल का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. यह मामला टिकरापारा थाना क्षेत्र का है.
कैसे हुआ खुलासा?
बता दें कि बीते 10 फरवरी को रायपुर में अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद स्माईल, शेख साजन और शेख अकबर को एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) ने गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये. तीनों के खिलाफ टिकरापारा थाने में अपराध दर्ज किया गया. मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पासपोर्ट, वीजा, जन्म प्रमाण पत्र और मार्कशीट जैसे दस्तावेजों को फर्जी तरीके से बनवाने के लिए सत्कार कम्प्यूटर सेंटर, कचहरी चौक के संचालक मोहम्मद आरिफ से संपर्क किया था.
मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की एक टीम ने सत्कार कम्प्यूटर सेंटर पर छापा मारा. वहां से कई फर्जी दस्तावेज, वोटर आईडी, अंकसूची, फोटो आईडी, हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान से जुड़े कूट रचित दस्तावेज बरामद हुए. इसके बाद टिकरापारा थाना में आरोपी मोहम्मद आरिफ के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 336(3), 337, 338, 340(1) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.