भारत की हरित क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ. एमएस स्वामीनाथन का गुरुवार को निधन हो गया.
98 साल के स्वामीनाथन ने धान की अधिक उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे भारत में कम आय वाले किसानों के लिए अधिक धान उगाना मुमकिन हो सका.
डॉ. स्वामीनाथन ने देश में ‘हरित क्रांति’ लाने के लिए दो केंद्रीय कृषि मंत्रियों सी. सुब्रमण्यम (1964-67) और जगजीवन राम (1967-70 और 1974-77) के साथ मिलकर काम किया.
इस क्रांति ने देश में धान के साथ-साथ गेहूं की उपज को काफ़ी बढ़ा दिया.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार एम एस स्वामीनाथन ने चेन्नई में आखिरी सांसें लीं.