दिल्ली सीएम अब जेल से बाहर आ चुके हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में खुशी है. उनके बाहर आने के बाद निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं मे नया जोश देखने को मिला है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले केजरीवाल की वापसी पार्टी में नई ऊर्जा भर देगी।
इसे चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की जीत के रूप में भी देखा जा रहा है. दरअसल, हरियाणा में आप और कांग्रेस के गठबंधन की बात सफल नहीं हो पाई है. अब पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और इसके लिए उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी गई.
कैंपेन में सीएम केजरीवाल की भागीदारी से न सिर्फ आम आदमी पार्टी की संभावनाएं बढ़ेंगी बल्कि पार्टी के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल की रिहाई से निश्चित रूप से हरियाणा के चुनाव पर असर पड़ेगा. हालांकि ये कहना जल्दबाजी होगी कि ये असर कितना व्यापक होगा.
माना जा रहा है कि अगर आम आदमी पार्टी हरियाणा में बेहतर प्रदर्शन करती है तो इससे कांग्रेस को ही नुकसान होगा.
इसके अलावा महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और आम आदमी पार्टी घोषणा कर चुकी है कि वो राज्य में हाथ आजमाएगी.
मुंबई में पार्टी की अध्यक्ष प्रीति शर्मा ने कहा भी था कि पार्टी महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और वोट वैंक भी काफी मजबूत है. 36 सीटों पर आप अपने उम्मीदवार भी उतारेगी.